नई दिल्ली में यमुना नदी तो मृतप्राय हो ही चुकी है, यमुना खादर में अतिक्रमण, अवैध पार्किग और मलबा डालने की समस्या भी बेकाबू होती जा रही है। हालांकि, ऐसा करने वालों के खिलाफ चालान भी काटे जा रहे हैं और उन पर मोटा जुर्माना भी ठोका जा रहा है, लेकिन जुर्माना राशि की वसूली एक चौथाई भी नहीं हो पा रही है। पिछले चार साल के दौरान यह रिकवरी 20 प्रतिशत से भी कम रही है।

यमुना खादर में मलबा नहीं डाला जा सकता। दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) ने नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ चालान करने और उन पर जुर्माना लगाने की कार्रवाई शुरू की।