लखनऊ| उत्तर प्रदेश में 18वीं विधानसभा की गठन के लिए मतगणना शुरू हो गयी है। सभी मतगणना केन्द्र पर पर्यवेक्षक, मतगणना कर्मी, केन्द्रीय सुरक्षा बल तथा प्रत्याशी पहुंचे हैं। सबसे पहले पोस्टल बैलेट की गिनती हो रही है। वाराणसी में सपा और सुभासपा कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया है। प्रदेश भर में मतगणना के लिए कुल 84 केंद्र बनाए गए हैं। इसमें आगरा में सबसे अधिक पांच, अमेठी, अम्बेडकरनगर, देवरिया, मेरठ और आजमगढ़ में 2-2 व बाकी जिलों में एक-एक मतगणना केंद्र बनाए गए हैं।

आज के नतीजों के बाद यह साफ हो जाएगा कि प्रदेश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी लगातार दूसरी बार अपनी सरकार बनाकर कीर्तिमान रचती है या सपा पांच साल बाद फिर सत्ता में लौटती है। फिर बहुजन समाज पार्टी अथवा अन्य कोई दल या गठबंधन सभी को चैंकाते हुए सत्ता शीर्ष पर पहुंचता है। यह कुछ घंटों में साफ हो जाएगा।

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में 4442 प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतरे। इनमें 560 महिलाएं हैं। विधान सभा सामान्य निर्वाचन-2022 की मतगणना के लिए सभी 403 विधान सभा में एक-एक प्रेक्षक तैनात हैं। भारत निर्वाचन आयोग ने मतगणना के पर्यवेक्षण के लिए मुख्य निर्वाचन अधिकारी दिल्ली, डा. रणवीर सिंह को मेरठ में एवं मुख्य निर्वाचन अधिकारी बिहार एचआर श्रीनिवास को वाराणसी में तैनात किया गया है।

इसके साथ निर्वाचन आयोग के निर्देश पर प्रदेश के सभी मतगणना केन्द्र एवं उसकी परिधि के बाहर अनुमन्य दूरी तक थ्री टियर सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की गयी है। इसके आंतरिक घेरे में अर्ध सैनिक बलों की तैनाती है।

गोरखपुर-बस्ती मंडल में मतगणना शुरू हो गई है। सबसे पहले पोस्टल बैलेट की मतगणना कराई जा रही है। अमेठी में चारों विधानसभाओं पर मतगणना शुरू हो गई है। प्रशासन ने तैयारियां पूरी कर ली है। अमेठी जनपद मुख्यालय गौरीगंज स्थित दो महाविद्यालयों में मतगणना होनी है। अमेठी जनपद के चारों विधानसभाओ मे हुए चुनाव के फैसले का लोगों का इंतजार है।

मेरठ में जिलाधिकारी के.बालाजी ने कहा कि 100 मीटर से पहले किसी वाहन का प्रवेश नहीं होगा। लोहिया नगर मंडी स्थल से एक किलोमीटर पहले ही सभी प्रवेश द्वारों पर जालीदार बैरिकेडिंग लगा दी गई, कोई भी शिविर किसी भी राजनीतिक पार्टी का लगने नहीं दिया गया, सुरक्षा व्यवस्था बहुत ही चाक-चौबंद है।

प्रदेश में 2017 के विधानसभा चुनाव में 403 सीट में से भारतीय जनता पार्टी को 312, समाजवादी पार्टी को 47, बहुजन समाज पार्टी को 19, अपना दल (एस) को नौ, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी को चार, निर्दलीय को तीन तथा निषाद पार्टी व राष्ट्रीय लोकदल को एक-एक सीट मिली थी।