नई दिल्ली । दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल  का शुगर लेवल लगातार फ्लक्चुएट (ऊपर-नीचे) हो रहा है। यह दावा उनके वकील ने किया है। इसके साथ उन्होंने मांग की कि सीएम की गिरफ्तारी से पहले जिस डॉक्टर से उनकी जांच होती थी, उस डॉक्टर से हफ्ते में तीन दिन वर्चुअली कंसल्ट करने की इजाजत दी जाए। बीते दिनों आप से जुड़े सूत्रों ने बताया था कि केजरीवाल का शूगर लेवल बढ़ गया है। उनका फास्टिक शुगर का लेवल 160 है जो कि सामान्य तौर पर 70 से 100 के बीच होना चाहिए। उधर, सीएम अरविंद केजरीवाल के शुगर लेवल की नियमत जांच की मांग करते हुए राऊज एवेन्यू कोर्ट में याचिका दाखिल की गई है। सीएम केजरीवाल के वकील ने कहा कि ईडी हिरासत के दौरान केजरीवाल का ब्लड शुगर लेवल 46 तक आ गया था। याचिका पर कोर्ट ने ईडी से जवाब मांगा। अब इस मामले में अगली सुनवाई 18 अप्रैल को होगी। आप ने कुछ दिन पहले सीएम केजरीवाल के वजन घटने का भी दावा किया था। मंत्री आतिशी ने कहा था कि अरविंद केजरीवाल एक गंभीर रूप से मधुमेह से पीड़ित हैं। स्वास्थ की समस्याओं के बावजूद, वे देश की सेवा में 24 घंटे लगे रहते थे। गिरफ़्तारी के बाद से अब तक, अरविंद केजरीवाल का वज़न 4.5 किलो घट गया है। यह बहुत चिंताजनक है। आज बीजेपी उन्हें जेल में डाल कर उनके स्वास्थ को ख़तरे में डाल रही है। अगर अरविंद केजरीवाल को कुछ हो गया तो पूरा देश तो क्या, भगवान भी इन्हें माफ़ नहीं करेगा। आप के दावे के खिलाफ बीजेपी ने आधिकारिक आंकड़ा दिखाते हुए कहा था कि उनका वजन घटा नहीं बल्कि बढ़ गया। बीजेपी ने दावा किया कि सीएम केजरीवाल का वजन तिहाड़ जेल में एक किलोग्राम बढ़ गया है।