एनर्जी ड्रिंक्स- एनर्जी ड्रिंक्स के साथ भी दवाई नहीं खानी चाहिए | यह दवाई के डिजॉल्व होने के टाइम को बढ़ाता है। साथ ही इससे आपकी बॉडी पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है।

शराब- दवा के साथ शराब का सेवन आपकी दवा के असर को कम करने के साथ आपकी सेहत पर भी बुरा असर डाल सकता है। एक अवधि में शराब और दवा का एक साथ सेवन करने से लीवर को काफी नुकसान हो सकता है और इससे लीवर से संबंधित अन्य विकार पैदा हो सकते हैं।

सिगरेट- धूम्रपान फेफड़ों और शरीर के अन्य हिस्सों को नुकसान पहुंचाता है। धूम्रपान आपको बीमारियों के प्रति संवेदनशील बनाकर आपकी इम्यूनिटी को भी कमजोर कर सकता धूम्रपान आपके द्वारा ली जा रही दवा के अवशोषण, वितरण और प्रभाव में बाधा उत्पन्न कर सकता है।

डेयरी प्रोडक्ट्स- डेयरी प्रोडक्ट आपके शरीर में कुछ एंटीबायोटिक दवाओं का असर ठीक से नहीं होने देते हैं। दूध में पाए जाने वाले कैल्शियम, मैग्नीशियम जैसे मिनरल्स केसीन प्रोटीन के साथ मिलकर दवाइयों के असर को कम कर देते हैं। अगर आप एंटीबायोटिक ले रहे हैं तो उस समय दूध ना पिएं।

पोटेशियम से भरपूर फूड्स- ब्लड प्रेशर को कम करने के लिए ली जाने वाली दवा, शरीर को आवश्यकता से अधिक पोटेशियम बनाए रखने में मदद कर सकती है। शरीर में किसी भी चीज की अधिकता हानिकारक होती है, पोटैशियम की अधिकता से हृदय और रक्त प्रवाह में समस्या हो सकती है। कुछ अन्य पोटेशियम वाले फूड्स जिनसे आपको बचना चाहिए वे हैं आलू, मशरूम, शकरकंद, आलू आदि।

मुलेठी- मुलेठी का इस्तेमाल कुछ लोग पाचन के लिए हर्बल उपचार के तौर पर करते हैं। इसमें पाया जाने वाला ग्लाइसीरिजिजिन साइक्लोस्पोरिन सहित कुछ दवाओं के असर को कम कर देता है। इसके अलावा, अगर आप ट्रांसप्लांट कराने की कोई दवा ले रहे हैं तो भी मुलेठी का सेवन ना करें।

पत्तेदार सब्जियां- हरी पत्तेदार सब्जियों के रूप में भी पहचाना जाता है, कुछ दवाओं के अवशोषण और प्रभावशीलता को बाधित कर सकती हैं। केल, ब्रोकली आदि जैसी सब्जियां विटामिन के का एक बड़ा स्रोत हैं। विटामिन K का अधिक सेवन वार्फरिन जैसी दवाओं के प्रभाव में बाधा डाल सकता है। वारफेरिन का सेवन अक्सर ब्लीडिंग, रक्त के थक्कों या अन्य रक्त संबंधी विकारों के जोखिम को कम करने के लिए किया जाता है।