हिंदू धर्म में निर्जला एकादशी को सभी एकादशी तिथियों में सर्वश्रेष्ठ माना गया है। कहते हैं कि इस व्रत को रखने से सभी एकादशी के पुण्य की प्राप्ति होती है। हिंदू पंचांग के अनुसार, निर्जला एकादशी व्रत हर साल ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को रखा जाता है। लेकिन इस बार द्वादशी तिथि का क्षय होने के कारण लोगों के बीच एकादशी तिथि को लेकर कंफ्यूजन है।
10 जून 2022 शुक्रवार को ज्येष्ठ शुक्ल दशमी प्रात: 7.27 बजे तक उपरांत एकादशी तिथि प्रारंभ होगी। 11 जून 2022, शनिवार को ज्येष्ठ शुक्ल एकादशी प्रात: 5.46 बजे तक पश्चात द्वादशी रात्रि 3.24 बजे तक उपरांत त्रयोदशी। निर्जला एकादशी व्रत सबका। द्वादशी तिथि क्षय। 10 व 11 जून दोनों दिन एकादशी तिथि पहुंचने के कारण व्रत दोनों दिन रखा जा सकेगा। हालांकि निर्जला एकादशी व्रत 11 जून, शनिवार को करना उत्तम व फलदायी रहेगा।