वाराणसी । उत्तर प्रदेश के वाराणसी में कई ऐसे इलाके हैं, जहां गाड़ी तो दूर लोगों के पैदल चलने लायक सड़कें भी नहीं हैं। दरअसल वाराणसी के रोहनिया विधानसभा क्षेत्र के डाफी इलाके से सटी नारायणपुरम कॉलोनी भी उसमें से एक है। स्थानीय लोगों के अनुसार कॉलोनी की टूटी सड़कों को लेकर उन्होंने स्थानीय विधायक से लेकर सीएम पोर्टल तक शिकायत दर्ज कराई, लेकिन सालों बाद भी इस समस्या का समाधान नहीं हो पाया।
5 सालों में कॉलोनी की कच्ची सड़क को बनवाने के लिए स्थानीय लोगों ने अफसरों के दफ्तर के चक्कर काटे, लेकिन जब समस्या का समाधान नहीं हुआ तो लोगों ने बैठक कर खुद ही सड़क का निर्माण कराने का फैसला किया। कॉलोनी के 45 परिवारों ने इसके लिए 10-10 हजार रुपए का चंदा दिया। वहीं पौने पांच लाख इकट्ठा हुए तो लोगों ने कॉलोनी की 700 मीटर की कच्ची सड़क को पक्का करने के लिए काम की शुरुआत कर दी।
इलाके के रहने वाले रविशंकर राय ने बताया कि पिछले विधायक के कार्यकाल में यहां बहुत मुश्किलों के बाद पांच लाख रुपए की लागत से सीवर की पाइप लाइन बिछाई गई थी। यह पाइप लाइन सड़क के ऊपर ही दौड़ा दी गई थी जिसके बाद से इलाके के लोगों की समस्या और बढ़ गई। इसके बाद सड़क निर्माण के लिए लोगों ने सीएम पोर्टल से लेकर अफसरों के दफ्तर और विधायक से इसकी शिकायत भी की, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो सका था।
शिव प्रसाद ने बताया कि खराब सड़कों के कारण कई बार इलाके के लोग चोटिल भी हुए, जब कहीं भी हमारी गुहार नहीं सुनी गई तो अब लोगों ने चंदा इक्क्ठा कर सड़क का निर्माण शुरू कराया। राजकुमार सिंह ने बताया कि अभी लगभग पौने पांच लाख रुपये से हम लोगों ने टूटी सड़कों पर खड़ंजा बिछवाया है और अब यहां पक्का निर्माण भी कराया जाएगा।
इस में जब स्थानीय विधायक सुनील पटेल से बातचीत की तो उन्होंने ऐसे किसी भी मामले की जानकारी होने से इनकार कर दिया। उन्‍होंने कहा कि अब मामला उनकी जानकारी में आया है, अब वह इलाके में जाएंगे और समस्या का समाधान करेंगे।