छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा में 100 घंटे से अधिक समय तक बोरवेल में फंसे रहने के बाद बचाए गए 11-वर्षीय बच्चे को शनिवार को यहां एक निजी अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। इस दुर्घटना की वजह से जख्मी हुए और गंभीर संक्रमण से पीड़ित राहुल साहू अब बिल्कुल ठीक है और चल-फिर सकता है। राहुल को शनिवार सुबह छुट्टी मिलते वक्त बिलासपुर जिला प्रशासन और पुलिस के अधिकारी अस्पताल में मौजूद थे, 

राहुल 10 जून को जांजगीर-चांपा के पिहरिड गांव में अपने घर के पिछवाड़े में 80 फीट गहरे बोरवेल में गिर गया था और सतह से 60 फीट नीचे फंस गया था। कई चुनौतियों का सामना करने के बावजूद, लगभग पांच दिनों तक न तो बचाव दल ने, न ही राहुल ने जज्बे को ठंडा होने दिया। चौदह जून की रात 104 घंटे के लंबे ऑपरेशन के बाद उसे कई एजेंसियों के 500 से अधिक कर्मियों की एक संयुक्त टीम ने बचाया था। मुख्यमंत्री ने शनिवार को रायपुर में पत्रकारों से बात करते हुए कहा, ‘‘यह बहुत खुशी की बात है कि बहादुर राहुल को अस्पताल से छुट्टी मिल गई है। उसे नियमित स्पीच थेरेपी की आवश्यकता है ताकि वह ठीक से बोल सके।’’ राज्य सरकार ने चिकित्सा खर्च वहन किया और यह भी घोषणा की कि वह लड़के की शिक्षा का खर्च वहन करेगी।