नई दिल्ली । दूसरे चरण में 26 अप्रैल को होने वाले मतदान को लेकर जहां मतदाता मतदान को तैयार हैं वहीं पर उम्मीदवार तनाव में हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश की इन आठ लोकसभा सीटों पर होने वाले मतदान को लेकर दिग्गजों की साख दांव पर है। शाम को खत्म हुए चुनाव प्रचार के दौरान 15 दिन तक नेताओं के हेलीकाप्टरों ने खूब धूल उड़ाई, लेकिन मतदाताओं की नब्ज पकड़ने में पूरी तरह सफल दिखाई नहीं दिये। जनसभा, रोड शो और नुक्कड सभाओं में भीड़ तो खूब उमड़ी, लेकिन यह भीड़ मतदान में तब्दील होगी इसको लेकर नेताओं के साथ राजनीति के जानकार भी असमंजस में हैं। इन आठ सीटों का परिदृश्य तीसरे चरण के चुनाव की भी दिशा तय करेगा। इनमें से चार उम्मीदवारों ने हैट्रिक लगाने को चुनाव प्रचार में पूरी ताकत झोंक दी। बदलती सियासी हवा को लेकर दिग्गज नेताओं की हवाईयां उड़ी हुईं है। एक तरफ जहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ की साख दाव पर लगी हुई है तो वहीं पर बसपा अध्यक्ष मायावती, सपा के अखिलेश यादव, कांग्रेस के राहुल गांधी और रालोद नेता जयन्त चौधरी की भी नींद उड़ी हुई है। 2019 में इन आठ सीटों में से भाजपा ने सात जीती थी और एक पर बसपा ने जीत हासिल की थी। इस बार आठों सीटों पर राजनीति के जानकारों का राजनीतिक गणित कह रहा है कि प्रत्येक सीट पर मतदाता राष्ट्रीय स्तर के मुद्दों की जगह स्थानीय मुद्दों को ध्यान में रखकर वोट करने जा रहा है। जानकारों का कहना है कई सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला है। उम्मीदवार दूसरे चरण की चार सीटों पर भाजपा उम्मीदवार हैट्रिक लगाने को आतुर होकर चुनाव मैदान में है। इनमें गौतमबुद्ध नगर से डॉ.महेश शर्मा, मथुरा से हेमा मालिनी ,बुलंदशहर से डॉ.भोला सिंह और अलीगढ़ से भाजपा प्रत्याशी सतीश कुमार गौतम शामिल हैं। इस चरण में यूपी की मथुरा, गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, बागपत, मेरठ, अमरोहा, बुलंदशहर और अलीगढ़ लोकसभा सीट पर 26 अप्रैल को वोटिंग होनी है। 2019 लोकसभा चुनाव में अमरोहा सीट को छोड़कर बाकी सभी सीटों पर भाजपा उम्मीदवारों ने कमल खिलाया था। मेरठ से भाजपा के राजेन्द्र अग्रवाल, बागपत से सत्यपाल सिंह और गाजियाबाद से जनरल वीके सिंह ने जीत हासिल की थी। गौतमबुद्ध नगर सीट से भाजपा उम्मीदवार डॉ. महेश शर्मा, बुलंदशहर सीट से भोला सिंह, अलीगढ़ सीट से सतीश कुमार गौतम और मथुरा सीट से हेमा मालिनी ने जीत दर्ज की थी। जबकि अमरोहा सीट से बसपा के टिकट पर कुंवर दानिश अली ने चुनाव जीता था।