नई दिल्ली । देश में बीते कुछ सालों में अविवाहित युवाओं की संख्या बढ़ी है। केंद्र सरकार की ओर से कराए गए एक सर्वेक्षण में बात सामने आई है। सर्वेक्षण के आंकड़ों के मुताबिक देश में 15-29 वर्ष के आयु वर्ग के अविवाहित व्यक्तियों का अनुपात 2019 में बढ़कर 23 प्रतिशत हो गया, जो 2011 में 17.2 प्रतिशत था।
राष्ट्रीय युवा नीति-2014 के अनुसार देश में 15 से 29 वर्ष की आयु के लोगों को युवा के रूप में वर्गीकृत किया गया है। नवीनतम रिपोर्ट के मुताबिक, देश में इसतरह के पुरुषों की आबादी 2011 में 20.8 प्रतिशत थी, जिन्होंने कभी शादी नहीं की थी। यह अनुपात 2019 में बढ़कर 26.1 प्रतिशत हो गया है। सर्वेक्षण के मुताबिक कभी शादी नहीं करने वाली महिलाओं के अनुपात में भी इसी तरह की वृद्धि दर्ज हुई है।
सर्वेक्षण के मुताबिक, अविवाहित महिलाओं का अनुपात 2011 में 13.5 प्रतिशत था, जो 2019 में बढ़कर 19.9 प्रतिशत हो गया। सर्वेक्षण के अनुसार, देश में 2019 में जम्मू-कश्मीर में इसतरह के युवाओं का प्रतिशत सबसे अधिक था, जिन्होंने कभी शादी नहीं की थी। उसके बाद उत्तर प्रदेश, दिल्ली और पंजाब का स्थान था। वहीं, केरल, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और मध्य प्रदेश में देश के अन्य हिस्सों की अपेक्षा शादी नहीं करने वाले युवाओं का प्रतिशत सबसे कम था।
हालांकि, रिपोर्ट में अविवाहित युवाओं की आबादी बढ़ने का कारण नहीं बताया गया है। हालांकि, सर्वेक्षण में यह कहा गया है कि देश में युवा आबादी मौजूदा समय में बढ़ने की उम्मीद है, लेकिन 2011-2036 की अवधि के उत्तरार्ध में इसमें गिरावट शुरु होगी। देश में 1991 में कुल युवा आबादी 22.27 करोड़ थी, जो 2011 में बढ़कर 33.34 करोड़ हो गई और इसके 2021 तक 37.14 करोड़ तक पहुंचने का अनुमान था तथा उसके बाद यह 2036 तक घटकर 34.55 करोड़ हो जाएगी।