नई दिल्ली । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद मेनका गांधी ने इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस (इस्कॉन) पर गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने इस्कॉन पर गायों को कसाइयों के हाथों बेचने का आरोप लगाया था। केंद्रीय मंत्री मेनका के आरोप पर इस्कॉन ने पलटवार किया है। मंदिर संगठन ने कहा है कि सनातन धर्म पर आक्रमण करना देश में फैशन बन गया। 
इस्कॉन ने मेनका गांधी के दावों को सिरे से खारिज किया। गाय संरक्षण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताकर इस्कॉन ने कहा कि वे 60 से अधिक गौशालाएं संचालित करते हैं, जो सैकड़ों गायों और बछड़ों की उनके पूरे जीवन भर देखभाल करते हैं। इसके अलावा इस्कॉन ने अनंतपुर गौशाला को लेकर एक पशु चिकित्सक का पत्र भी ट्वीट किया है।
बता दें कि मेनका ने इस्कॉन में बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया था। उन्होंने इस्कॉन को देश का सबसे बड़ा धोखा करार दिया था। मेनका ने कहा था, इस्कॉन गौशालाएं चलाता है, और बड़ी-बड़ी जमीनों सहित सरकार से कई लाभ हासिल करता है। भाजपा सांसद ने आंध्र प्रदेश की गौशाला का जिक्र कर ये आरोप लगाए थे।
मेनका गांधी ने कहा कि वह इस्कॉन की अनंतपुर गौशाला गईं थीं, जहां एक भी ऐसी गाय नहीं मिली जो दूध देती थी। पूरी डेयरी में कोई बछड़ा नहीं था। उन्होंने कहा, डेयरी में एक भी दूध नहीं देने वाली गाय नहीं थी। एक भी बछड़ा वहां नहीं था। इसका मतलब है कि सभी को बेच दिया गया। उन्होंने कहा, इस्कॉन अपनी सभी गायों को कसाइयों के हाथों बेच रहा है। ऐसा काम कोई और नहीं करता है। वे सड़कों पर हरे राम हरे कृष्णा गाते रहते हैं। लेकिन उनके जितनी गायों को कसाइयों को कोई और नहीं बेचता होगा।