भोपाल । मप्र से मानसून की भोपाल, जबलपुर, नर्मदापुरम समेत 24 जिलों से भी विदाई हो गई। चंबल, ग्वालियर, इंदौर, उज्जैन, भोपाल, नर्मदापुरम, सागर संभाग के जिलों से एवं रीवा, जबलपुर, शहडोल संभाग के अधिकांश हिस्सों से भी मानसून जा चुका है। वातावरण से नमी कम होने के कारण मौसम शुष्क होने लगा है। इस वजह से दिन में धूप में तल्खी महसूस होने लगी है, लेकिन हवाओं का रुख उत्तरी होने से रात के समय ठंड का एहसास बढ़ गया है। वर्तमान में मध्य प्रदेश के मौसम को प्रभावित करने वाली कोई प्रभावी मौसम प्रणाली सक्रिय नहीं है। इस वजह से वर्षा का सिलसिला लगभग थम गया है। पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि वातावरण से नमी कम होने के कारण मौसम शुष्क होने लगा है। आसमान साफ होने के कारण सुबह से ही धूप निकलने लगी है। दिन में तापमान बढ़ने से धूप में चुभन महसूस हो रही है। उधर हवाओं का रुख उत्तरी एवं उत्तर-पश्चिमी बना हुआ है। इस वजह से शाम ढलते ही गुलाबी ठंड का एहसास होने लगा है। उत्तरी हवा के प्रभाव से रात के तापमान में गिरावट भी हो रही है। शुक्ला के मुताबिक दो दिन में प्रदेश के शेष हिस्सों से मानसून के वापस जाने की भी संभावना दिख रही है। मौसम विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को मानसून प्रदेश के टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, सतना, कटनी, जबलपुर, दमोह, सागर, नरसिंहपुर, सिवनी, छिंदवाड़ा, बैतूल, नर्मदापुरम, हरदा, रायसेन, विदिशा, भोपाल, सीहोर, देवास, खंडवा, बुरहानपुर, बड़वानी और आलीराजपुर जिलों से जा चुका है।