नई दिल्ली । सेना और असम राइफल्स ने शनिवार को पुलिस और सीआरपीएफ  के साथ मिलकर मणिपुर के पहाड़ी और घाटी क्षेत्र में एरिया डोमिनेशन ऑपरेशन शुरू किया। यह ऑपरेशन राज्य में हिंसा के दौरान लूटे गए हथियारों को बरामद करने के लिए चलाया गया है। राज्य में 3 मई को हिंसा भड़की थी। इसके बाद सुरक्षाबलों के करीब 2 हजार हथियार लूटे गए थे।
उधर, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अपील के बाद 2 जून को मणिपुर में उपद्रवियों ने 144 हथियार और 11 मैगजीन सरेंडर किए थे। इनमें एसएलआर  29, कार्बाइन, एके, इंसास राइफल, इंसास एलएमजी , एम 16 राइफल जैसी हाईटेक राइफल्स और ग्रेनेड भी शामिल हैं।  इंफाल ईस्ट में 102 हथियार और गोलाबारूद मिले हैं। टेंग्नौपाल जिले में 35 हथियार सरेंडर किए गए हैं, जिसमें से 18 सिर्फ मोरे में हुए हैं। इंफाल वेस्ट से 2 हथियार, थौबल से 5 हथियार सरेंडर किए गए हैं। पुलिस के मुताबिक ज्यादातर जिलों में स्थिति सामान्य है।


गृह मंत्री ने हथियार सरेंडर करने की अपील की थी
महीने भर बाद भी जब राज्य में हिंसा नहीं थमी तो गृह मंत्री अमित शाह 29 मई को चार दिन के दौरे पर मणिपुर पहुंचे। गुरुवार को शाह ने मणिपुर में लोगों से कहा था कि अफवाहों पर ध्यान न दें। हथियार रखने वालों को पुलिस के सामने सरेंडर करना होगा।
शाह ने कहा कि 2 जून से सर्च ऑपरेशन शुरू होगा। अगर किसी के पास हथियार मिले तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके 24 घंटे बाद ही इतनी बड़ी संख्या में उपद्रवियों ने सरेंडर कर दिया।