14 जनवरी को सूर्यास्त के बाद राशि परिवर्तन करेंगे सूर्य देव, पुण्य काल 15 जनवरी को माना जाएगा 15 जनवरी 2024 को रवि योग में मकर संक्रांति पर्व मनाया जाएगा , अश्व पर सवार होकर आएगी।* 
मकर संक्रांति पर्व इस बार 15 जनवरी को मनाया जाएगा सूर्य 14 जनवरी को अर्धरात्रि 2:44 पर धनु से मकर राशि में प्रवेश करेंगे ! सूर्यास्त के बाद सूर्य का राशि परिवर्तन होने से मकर संक्रांति का पुण्य काल 15 जनवरी को रहेगा , सूर्य ग्रह अपने पुत्र शनि की मकर राशि में प्रवेश करते हैं तब हम मकर संक्रांति का पर्व मनाते हैं वैसे तो हर महीने सूर्य संक्रांति होती है परंतु पिता सूर्य यहां पुत्र शनि की राशि मकर में प्रवेश करते हैं तो यह विशेष सूर्य संक्रांति मानी जाती है, सूर्य यहां 12 फरवरी तक रहेंगे और 13 फरवरी शाम के समय कुंभ राशि में प्रवेश कर जायेंगे। मकर संक्रांति से भगवान सूर्य उत्तरायण की यात्रा पर रहेंगे !
 मकर संक्रांति पौष माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि 15 जनवरी को रवि योग सूर्य उदय से शतभिषा नक्षत्र की शुरुआत से मनाई जाएगी। रवि योग प्रातः काल 7:15 से 8: 07 तक रहेगा , इस दिन भगवान को तिल से बने लड्डू और चावल से बनी खिचड़ी का भोग लगाने का महत्व है इस दिन तिल को किसी भी प्रकार से उपयोग लेना चाहिए , तिल से स्नान , तिल से तर्पण , तिल से हवन , तिल से बने पदार्थों का दान , कंबल दान , गर्म वस्त्रो का दान , स्वर्ण दान , गौ दान  का भी महत्व है मकर संक्रांति पर नदी , गंगा नदी , मैं स्नान , दान , जप तप , श्राद्ध अनुष्ठान , और विशेष रूप से सूर्य की आराधना का महत्व है। ज्योतिषाचार्य जिया पाटीदार (कुंडली विशेषज्ञ) अनुसार.....
 इस वर्ष मकर संक्रांति अश्व पर अथवा वाहन‌ अश्व और उपवाहन सिंह , वृद्धावस्था , वस्त्र - कृष्ण , चर्म - कंचुकी , लेपन - श्वेत , दूर्वा पुष्प धारण , स्वर्ण आभूषण , पात्रं- पत्र , भक्षण - विचिन्ना , आयुध कुंत , जाति- ब्राह्मण ,मुख- दक्षिण , गमन - उत्तर , आगमन - दक्षिण , दृष्टि- ईशान , रहेगा।
*आप सभी को मकर संक्रांति पर्व की बहुत बहुत शुभकामनाएं*
*ज्योतिषाचार्य जिया पाटीदार (कुंडली विशेषज्ञ)*