प्रदेश में एमकेपीएमयू का सर्वश्रेष्ठ काम: श्री राजोरिया को प्रदेश मेें सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन पर मिला राज्य स्तरीय पुरस्कार
जल संसाधन विभाग के उत्कृष्ट कार्य पुरस्कार में तीन राज्य स्तरीय, 60 कछार स्तरीय पुरस्कार का किया वितरण।
भोपाल
राजधानी में 20 फरवरी 2024 मंगलवार को समन्वय भवन, अपैक्स बैंक भोपाल के सभागार में जल संसाधन विभाग उत्कृष्ट कार्य पुरस्कार का आयोजन किया गया। जिसमे एमकेपीएमयू (मोहनपुरा-कुण्डालिया परियोजना प्रबंधन इकाई) के तकनीकी कामों की खासी चर्चा रही। यही कारण रहा की एमकेपीएमयू के प्रशासक को राज्य स्तरीय सर्वश्रेष्ठ अवार्ड दिया गया।
इस कार्यक्रम का मुख्य आतिथ्य तुलसीराम सिलावट, जल संसाधन मंत्री एवं विशेष आतिथ्य एदल सिंह कंसाना, कृषि मंत्री द्वारा किया गया। कार्यक्रम में डॉ राजेश राजोरा, अपर मुख्य सचिव, जल संसाधन, कृष्ण गोपाल तिवारी, सचिव जल संसाधन एवं शिशिर कुशवाह, प्रमुख अभियंता जल संसाधन मंचासीन रहे।
बता दें कि मध्यप्रदेश के जल संसाधनों का संचयन, नियोजन एवं प्रबंधन का अति महत्वपूर्ण दायित्व निर्वहन कर रहे अभियंताओं एवं कर्मचारियों को पुरस्कृत किए जाने के लिए विभागीय स्तर पर “जल संसाधन विभाग उत्कृष्ट कार्य पुरस्कार’’ 2012-13 से प्रारंभ किए गए। वर्ष 2016-17 तक नियमित इन अवार्डों को प्रदान किया गया। परन्तु वर्ष 2018 से वर्ष 2023 तक के मध्य किन्हीं कारणों से यह पुरस्कार नहीं दिए जा सके। विभागीय मंत्री श्री सिलावट की पहल पर पुनः यह प्रक्रिया प्रारम्भ की गई। इस वर्ष तीन राज्य स्तरीय एवं प्रत्येक मुख्य अभियंता के क्षेत्र से तीन कछार स्तरीय अवार्ड दिए जाने का निर्णय लिया गया। राज्य स्तरीय अवार्ड हेतु 1 लाख रुपये की राशि एवं प्रशस्ति पत्र और कछार स्तरीय अवार्ड हेतु 25 हजार एवं प्रशस्ति पत्र दिये जाने का निर्णय लिया गया।
चयन के लिए तीन साल की उपलब्धियों को माना आधार
अवार्ड के लिए गत् तीन वर्षों की उपलब्धियों के आधार पर नामांकन आमंत्रित कर चयन प्रक्रिया पूर्ण की गई। राज्य स्तरीय अवार्ड हेतु सर्वप्रथम विकास राजोरिया, परियोजना प्रशासक, मोहनपुरा-कुण्डालिया परियोजना प्रबंधन इकाई, राजगढ़ को पुरस्कार राशि एवं प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया साथ ही शुभंकर विश्वास, परियोजना प्रबंधक, मोहनपुरा-कुण्डालिया परियोजना प्रबंधन इकाई, राजगढ़ एवं संयुक्त रुप से राजाराम मीणा एवं अनिल पिपरे को सम्मानित किया गया। प्रदेश के विभिन्न कछारों के 60 अभियंताओं कोे पुरस्कार राशि एवं प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया।
मंत्री बोले राष्ट्रीय जल पुरस्कार में हमारे अभियंता की महती भूमिका
कार्यक्रम में जल संसाधन मंत्री श्री सिलावट ने कहा कि प्रदेश में हुए सिंचाई क्षेत्र के विकास, प्रेशराईज्ड पाइप प्रणाली की नवीन तकनीक का नवाचार एवं प्रदेश को प्राप्त राष्ट्रीय जल पुरस्कारों में जल संसाधन विभाग के अभियंताओं की कड़ी मेहनत और परिश्रम का नतीजा रहा है। उन्होंने प्रदेश को मिली केन बेतवा लिंक एवं पार्वती कालीसिंध लिंक परियोजना परियोजना की सौगात मिलने पर माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त करते हुए अभियंताओं को बधाई दी।
श्री राजोरिया का इस तरह रहा टाॅप परफाॅर्मर :- प्रदेश में सर्वाधिक सिंचाई क्षमता निर्माण, भौतिक एवं वित्तीय प्रगति।
1 : प्रदेश में गत तीन वर्षाें में लगभग 5 लाख हैक्टेयर नवीन सिंचाई क्षमता सृजित की गई। जिसमें से श्री विकास राजोरिया द्वारा अपने कार्य क्षेत्रांतर्गत 1.70 लाख हैक्टेयर नवीन सिंचाई क्षमता निर्मित की गई।
2: मोहनपुरा एवं कुण्डालिया परियोजना में प्रेशराईज्ड प्रणाली के नवाचार एवं सफल क्रियान्वयन के द्वारा प्रदेश में सर्वाधिक भौतिक एवं वित्तीय प्रगति अर्जित की गई।
3: मोहनपुरा परियोजना के प्रेशराईज्ड पाईप प्रणाली के तीन वर्षाें के आंकडों को वैज्ञानिकी दस्तावेजीकरण कर राष्ट्रीय एवं अंतराष्ट्रीय मंच पर प्रस्तुतीकरण कर बतलाया कि नहरी प्रणाली की तुलना में प्रेशराईज्ड पाईप प्रणाली द्वारा समान जल से दोगुने से भी अधिक क्षेत्र में सिंचाई किया जाना संभव है।
4: प्रदेश को प्राप्त राष्ट्रीय जल अवार्ड 2022 एवं सी.बी.आई.पी. अवार्ड में महत्वपूर्ण भूमिका।