मां दुर्गा गौशाला मऊ पोर्टल पर जीरो चढ़ा दी, दोबारा सत्यापन पर पाई गई 250 गाय*

*मां दुर्गा गौशाला मऊ पोर्टल पर जीरो चढ़ा दी, दोबारा सत्यापन पर पाई गई 250 गाय*
सारंगपुर से अनिल चौहान की रिपोर्ट
दुर्ग गौशाला मऊ जिले में आदर्श गौशाला के रूप में जानी जाती है जिससे आसपास के क्षेत्र के लोग संचालित करते हैं, गौशाला में नेशनल हाईवे पर दुर्घटनाग्रस्त गोवंश का उपचार भी गौशाला में किया जाता है, भौतिक सत्यापन के तहत नरसिंहगढ़ से पशु चिकित्सा अधिकारी दयाराम अहिरवार और महेश सूर्यवंशी के द्वारा गौशाला का भौतिक सत्यापन में जीरो दिखा दिया गया, गौशाला अध्यक्ष कुमेर दायमा का कहना है कि शासन के नियम अनुसार गौशाला का सत्यापन सुबह 6 से 8 बजे या शाम को 6 से 8 बजे के बीच में किया जाना सुनिश्चित होता है लेकिन संबंधित अधिकारी दोपहर 2:00 बजे आए उस समय गौशाला की गाय चरने के लिए भेजी गई थी, निवेदन करने पर भी संबंधित अधिकारियों ने बात नहीं मानी और सत्यापन में गौशाला को जीरो दिखा दिया गया, इस संबंध में मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी जिला राजगढ़ से बात हुई तो उन्होंने दोबारा सत्यापन के लिए इन्हीं अधिकारी को भेजा जिसमें सत्यापन में 250 गाय पाई, इसके बावजूद भी पोर्टल पर जीरो दर्शा दी गई जिससे गौशाला के 6 महीने की अनुदान राशि रोक दी गई, ग्रामीण जन और क्षेत्र वासियों का कहना है कि मां दुर्गा गौशाला मऊ बहुत ही व्यवस्थित ढंग से संचालित होती है और गौ सेवा के भाव के साथ पूरी टीम गौ माता की सेवा करती है अगर इस तरह उनका अनुदान रुकता है तो गौशाला के संचालन मुश्किल होगा, अधिकारियों के इस प्रकार रवैया से क्षेत्र की जनता काफी नाराज है और इस प्रकार की समस्या को लेकर राज्य मंत्री गौतम टेटवाल को भी अवगत कराया और उन्होंने संबंधित अधिकारियों से समाधान के लिए चर्चा भी की, गौशाला सचिव रामबाबू राजपूत का कहना है कि मां दुर्गा गौशाला पिछले 8 सालों से संचालित हो रही है जिसमें से प्रथम चार वर्ष का खर्चा गौशाला समिति ने ही वहन किया था उसके पश्चात ही सरकार से अनुदान प्राप्त होने लगा है,हम अनुदान के सहारे गौशाला का संचालन नहीं कर रहे हैं हम गोमाता की सेवा सभी क्षेत्रवासी भाव के साथ करते हैं और अधिकारी इस प्रकार से लापरवाही करेंगे तो मुख्यमंत्री को भी हम ज्ञापन देने जायेंगे, भाजपा मंडल अध्यक्ष "श्याम राजपूत का कहना है कि हमारी टीम ने गो तस्करी से सैकड़ों गोवंश को बचाया है जिन्हे मां दुर्गा गौशाला मऊ में ही लाया जाता है, हाईवे पर दुर्घटना ग्रस्त और बीमार गोवंश भी हम गौशाला में देखभाल करते हैं,एक आदर्श गोशाला का अनुदान रोकना अधिकारियों की लाफरवाही है जिसका नुकसान गौशाला को हो रहा है"