यूक्रेन के युद्ध ग्रस्त क्षेत्रों में फंसे लोगों की सुरक्षित वापसी हो रही है। केंद्र सरकार ऑपरेशन गंगा के तहत भारतीय नागरिकों को विदेश से ला रही है। केंद्र सरकार की पहल से अब तक छत्तीसगढ़ के 197 छात्र-छात्राओं की सकुशल वापसी हो गई है। वहीं यूक्रेन से लौटे छत्तीसगढ़ के स्टूडेंट्स के दिल्ली व मुंबई में ठहरने व भोजन का खर्च प्रदेश सरकार उठा रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने यूक्रेन संकट के दौरान छत्तीसगढ़ के छात्र-छात्राओं की मदद के लिए नई दिल्ली में हेल्प डेस्क शुरू किया है। 27 फरवरी से 6 मार्च की शाम 5 बजे तक छत्तीसगढ़ के 197 स्टूडेंट्स की सुरक्षित वापसी हो चुकी है। सीएम के निर्देश पर विद्यार्थियों को वाहन, ठहरने, भोजन की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। 

दिल्ली आने वाले छात्र-छात्राओं को छत्तीसगढ़ सदन में भी ठहराया जा रहा है। स्टूडेंट्स को उनके गृह नगर जाने एयर टिकट कराकर उनके परिजनों को सकुशल सौंपा भी जा चुका है। 27 फरवरी को यूक्रेन से भारत लौट छत्तीसगढ़ के 6 छात्रों से सीएम भूपेश बघेल ने नई दिल्ली के छत्तीसगढ़ सदन में मुलाकात की थी। दहशत के बीच घर लौटने पर विद्यार्थियों के चेहरे पर खुशी भी देखने को मिल रही है।   नई दिल्ली स्थित छत्तीसगढ़ भवन के संयुक्त आवासीय आयुक्त संजय अवस्थी ने बताया कि नई दिल्ली में बनाये गए हेल्प डेस्क में 27 फरवरी से 7 मार्च को शाम 5 बजे तक छत्तीसगढ़ के 197 छात्र-छात्राओं की सुरक्षित वापसी हो चुकी है। 22 फरवरी से यूक्रेन में फंसे छत्तीसगढ़ के छात्र-छात्राओं तथा उनके परिजनों से लगातार संपर्क बना हुआ है। विदेश मंत्रालय से संपर्क कर अभी यूक्रेन में फंसे 17 छात्र-छात्राओं और उनके 7 परिजनों को निकालने का प्रयास किया जा रहा है। जल्द ही सभी की सुरक्षित वापसी हो जाएगी।