बिना वोटिंग के 41 उम्मीदवार बने सांसद
15 राज्यों की 57 सीटों पर राज्यसभा चुनाव प्रक्रिया चल रही है। इन 57 में से 41 सीटों पर निर्विरोध निर्वाचन हो चुका है। चार राज्यों की 16 सीटों के लिए आज वोट डाले जा रहे हैं। जिन 41 सीटों पर निर्विरोध निर्वाचन हुआ है उनमें उत्तर प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़ समेत 11 राज्यों की सीटें शामिल हैं।
उत्तर प्रदेश से 11 सीटों पर निर्विरोध निर्वाचन हुआ है। निर्वाचित हुए 11 सांसदों में से आठ भाजपा से तो तीन सपा के कोटे से हैं। बिहार से पांच सीटों पर निर्विरोध निर्वाचन हुआ है। इनमें दो सीटें भाजपा, दो राजद और एक जदयू के कोटे में गई है। तमिलनाडु से छह सांसद निर्विरोध चुने गए हैं। आंध्र प्रदेश की चार सीटों पर राज्यसभा चुनाव हो रहा है। सत्ताधारी वाईएसआर कांग्रेस के चारो उम्मीदवार निर्विरोध चुने गए। मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश और ओडिशा में तीन-तीन सीटों पर राज्यसभा चुनाव हुए। मध्य प्रदेश में भाजपा को दो तो कांग्रेस को एक सीट मिली। भाजपा ओडिशा की तीनों सीटें बीजद के उम्मीदवार जीते।
तेलंगाना, छत्तीसगढ़, पंजाब और झारखंड में दो-दो सीटों पर चुनाव हो रहा है। इन आठ सीटों पर भी सभी उम्मीदवार निर्विरोध चुने गए। तेलंगाना में दोनों सीट टीआरएस को मिलीं। टीआरएस के बी. पार्थसारधी रेड्डी और डी. दामोदर राव राज्यसभा के लिए निर्विरोध निर्वाचित घोषित किए गए हैं।छत्तीसगढ़ में दोनों सीटें कांग्रेस को मिलीं। यहां से राजीव शुक्ला और रंजीत रंजन निर्विरोध चुन लिए गए। पंजाब में दोनों सीटें आम आदमी पार्टी को मिलीं। यहां से बलबीर सिंह सीचेवाल और विक्रमजीत सिंह साहनी को निर्विरोध चुने गए।झारखंड में एक सीट झामुमो तो एक सीट भाजपा को मिली। वहीं, उत्तराखंड की एक मात्र सीट भाजपा के खाते में गई। यहां से भाजपा प्रत्याशी डॉक्टर कल्पना सैनी निर्विरोध निर्वाचित हुईं। महाराष्ट्र, कर्नाटक, राजस्थान और हरियाणा में राज्यसभा चुनाव के तहत आज वोट डाले जा रहे हैं। महाराष्ट्र में छह सीटों के लिए सात उम्मीदवार, कर्नाटक में चार सीटों के लिए छह उम्मीदवार, राजस्थान में चार सीटों के लिए पांच उम्मीदवार तो हरियाणा में दो सीटों के लिए तीन उम्मीदवार मैदान में हैं।