नई दिल्ली । भारत में अमेरिका के राजदूत एरिक गार्सेटी ने इंडो-अमेरिकन चैंबर आफ कामर्स के सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि  पिछले वर्षों की तुलना में हाल के महीनों में भारतीय छात्रों समेत कारोबारियों को जारी किए गए वीजा में 60 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। अमेरिका और भारत के बीच व्यापार 20 हजार डालर का हो चुका है और उसके निकट भविष्य में 50 हजार डालर होने की संभावना है।उन्होंने कहा कि हाल ही में अमेरिका में आयोजित ग्लोबल बिजनेस लीडर्स की बैठक में भाग लेने वाले अधिकांश भारतीय थे, जो दोनों देशों के मजबूत संबंधों को दर्शाता है। बोइंग और एपल जैसी कंपनियों द्वारा भारत में किए जा रहे निवेश का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि अमेरिकी कंपनियों ने भारत में 30 लाख से अधिक लोगों को नौकरियां प्रदान कीं हैं। 
इधर, लगभग दो दशक बाद अमेरिका अपने यहां के विदेशी कामगारों को बड़ी सहूलियत देने जा रहा है। भारतीय नागरिकों समेत अमेरिका में काम करने वाले कर्मचारी बिना देश छोड़े एच 1-बी वीजा रिन्यू कराने के लिए आवेदन कर सकते हैं। इस प्रक्रिया के तहत 29 जनवरी से अगले पांच सप्ताह तक बीस हजार आवेदन स्वीकार किए जाएंगे। इनमें अमेरिका स्थित भारत व कनाडा के वाणिज्य दूतवासों द्वारा जारी किए गए एच 1 बी वीजा लेने वाले लोग ही रिन्युअल के लिए आवेदन कर सकते हैं।