नई दिल्ली । दिल्ली में शास्त्री नगर के सरोजनी पार्क स्थित चार मंजिला बिल्डिंग में गुरुवार को लगी आग ने दो मासूम बच्चों समेत एक नए जोड़े की भी जान ले ली। दोनों ने अभी दो महीने पहले ही नई जिंदगी की शुरुआत की थी। इससे पहले की वे अपनी जिंदगी को जी पाते, अपने अरमानों को पूरा कर पाते, आग ने उनकी जिंदगी की समाप्त कर दी। इस हादसे में उनकी मौत से न केवल उनके परिजन बल्कि बिल्डिंग में रहने वाले अन्य लोग और उनकी मकान मालकिन भी सदमे में हैं। बिल्डिंग की मकान मालकिन यशोदा और मीना ने बताया कि बीते साल 17 दिसंबर को ही मनोज और सुमन नाम के युवक-युवती की शादी हुई थी। मनोज के भाई की बच्चियां, सृष्टि (5) और सुजाता ( साढ़े 3) चाची के आने से काफी खुश थी और ज्यादातर उनके साथ ही रहते थे। मनोज और सुमन भी अपनी दाम्पत्य जीवन की नई शुरुआत से काफी खुश थे और उन्होंने बहुत कुछ प्लान भी कर रखा था। लेकिन, इससे पहले की वे अपने उन अरमानों को पूरा कर पाते, उन्हें मौत ने अपने आगोश में ले लिया और पीछे उनके परिजनों को रोता-बिलखता और कभी खत्म न होने वाले जिंदगी भर के गम के साथ छोड़ दिया। गौरतलब है कि शाहदरा जिला स्थित शास्त्री नगर के सरोजनी पार्क में एक चार मंजिला मकान में गुरुवार की तड़के सुबह आग लग गई थी। आग ग्राउंड फ्लोर पर हुई शॉर्ट-सर्किट के वजह से लगी थी, जिस कारण वहां रखी गाड़ियां भी उसकी चपेट में आ गईं और देखते ही देखते आग ने विकराल रूप ले लिया। आग के कारण पूरी बिल्डिंग में धुआं भर गया। ऊपरी तल पर रहने वाले लोग तो किसी तरह ऊपर छत पर जा कर साथ वाली बिल्डिंग से होते हुए बाहर निकल गए, लेकिन ग्राउंड फ्लोर पर बने बच्चा फ्लैट में रह रहे मनोज, उनकी पत्नी सुमन और दो बच्चे वहां से निकल नहीं पाए। धुएं से पहले तो उनका दम घुटा और फिर आग ने भी उन्हें अपनी चपेट में ले लिया।