महाराष्ट्र से आ रही शराब पर अंकुश लगाने प्रशासन नाकामयाब
जबलपुर । इन दिनों नगर के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी अवैध कच्ची शराब के साथ-साथ देशी विदेशी शराब बेचने को लेकर शराब ठेकेदारों में होड़ मची हुई है। होड़ ऐसी कि शराब खरीदने के लिए ठेकेदार अब इसका प्रचार किसी कपड़े की दुकान या सेल की तरह कर रहे हैं। शराब का व्यवसाय करने वाले लोगों को न तो किसी नियम कानून की चिंता है न प्रशासनऔर अधिकारियों का डर इस मामले में क्षेत्र के जनसामान्य ने तो अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी है विधायक ने भी इसे असामाजिक कार्य बताया हे। विधायक का कहना हे कि महराष्ट्र से संतरांचल में पहुंच रही शराब की खैप को रोकना बहुत जरूरी है वरना शराब से यह क्षेत्र तबाह हो सकता है। गौरतलब है अब तो फोन पर लोगों को घर पहुंच शराब की सेवा मिल रही है। मिली जानकारी के अनुसार महाराष्ट्र के सावनेर से बड़े पैमाने पर प्रतिदिन अवैध रूप से इंग्लिश शराब का सौसर ओर गांवो में खुलेआम लाई जा रही है बावजूद इसके इन शराब तस्करों पर संबंधित विभाग जिम्मेदारों के द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
गलियों और चौराहों की होटलों परभी उपलब्ध
पहले शराब को पाने के लिए शासन के द्वारा निर्धारित शराब दुकान में जाना पड़ता था, परंतु विगत कुछ महीने से तो शराब की बिक्री गली-गली चोक चौराहों नगर के होटलों में बिक्री शुरू हो गई है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नगर के वार्ड, चौक चौराहे पर भी महाराष्ट्र से आकर खुले रूप से शराब बेची जा रही है। नागपुर छिंदवाड़ा रोड पर संचालित होने वाले होटलों में भी मुंह मांगी शराब आसानी से ग्राहक को उपलब्ध हो रही है। शाम होते ही इन होटलों में शराबियों की महफिल सजने लग जाती है। कईं बार इसको लेकर ग्रामीणों के द्वारा प्रशासन को कई बार शिकायतें की जा चुकी है बावजूद इसके कार्रवाई शून्य है। सावनेर की ओर से शराब लेकर आनेवाली गाड़ी रामाकोना, लोधीखेड़ा, रंगारी, सवरनी,पारडसिंगा, बेरडी, बोरगांव, सातनुर, सावंगा, खेरितायगाव,िपपला ना वार, मोहगाव हवेली में शराब की सप्लाई करते हुए सौंसर तक आती है। महाराष्ट्र से शराब लाने के लिए शराब माफियाओं के द्वारा प्रतिदिन नई नई गाड़ी का उपयोग किया जाता है।
भाजपा के राज में प्रदेश बन गया मदिरा प्रदेश: चौरे
विधायक विजय चौरे ने चर्चा के दौरान बताया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भाजपा के राज में मध्यप्रदेश अब मदिरा प्रदेश हो गया है। प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमाभारती भी शराब बिक्री पर अंकुश लगाने की मांग कर रही है बावजूद इसके प्रदेश के मुखिया अपने अहंकार को छोड़ने को तैयार नहीं है। शराब माफियाओं पर सौसर ओर जिला प्रशासन का कोई अंकुश नहीं है, इसीलिए माइक लगाकर शराब बिक्री का खुलेआम प्रचार-प्रसार हो रहा है। विधायक ने कहा कि अपने आपको मामा कहने वाले मुख्यमंत्री अवैध शराब बिक्री पर रोक नहीं लगा कर भांजियों- बेटियों माताओं के परिवार को बर्बाद करने का काम कर रहे हैं, सौसर नगर में महाराष्ट्र के सावनेर से सस्ती शराब लाकर अवैध रूप से गली गली मोहल्ले होटलों में बेची जा रही है इसपर तत्काल प्रतिबंध लगाने चाहिए। विधायक ने कहा कि वे इस संबंध में विधानसभा में भी सवाल उठाएंगे।