नई दिल्ली । एडटेक फर्म बैजूस अपने 4000 हजार कर्मचारियों को बाहर कर सकती है। गौरतलब है ‎कि पहले सौ कर्मचा‎रियों की छंटनी की गई थी, अब चार हजार कर्मचा‎रियों पर एक बार फिर से छंटनी की तलवार लटक रही है। कंपनी के भारत के नए सीईओ अर्जुन मोहन ने बड़े पैमाने पर कंपनी में रीस्ट्रक्चरिंग की कवायद शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार बैजूस आने वाले हफ्तों में एम्प्लॉयीज को कंपनी से बाहर निकाल सकती है। सूत्रों के अनुसार, एडटेक फर्म को फंडिंग संकट का सामना करना पड़ रहा है, ऋणदाताओं से जूझना पड़ रहा है, जिसके चलते कंपनी यह फैसला लेने जा रही है। बता दें कि बेंगलुरु स्थित कंपनी में लगभग 35,000 कर्मचारी काम करते हैं। पुनर्गठन की कवायद अर्जुन मोहन द्वारा की जाएगी, जिन्हें हाल ही में मृणाल मोहित की जगह भारतीय कारोबार का मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) बनाया गया है। अर्जुन मोहन, जो कभी कंपनी के चीफ बिजनेस ऑफिसर थे, पिछले तीन महीने संस्थापक और समूह सीईओ बायजूस रवींद्रन के साथ काम करने के लिए लौट आए। बैजूस के अलावा, मोहन ने रोनी स्क्रूवाला के नेतृत्व वाली एडटेक फर्म अपग्रेड में काम किया।  
हालां‎कि बैजूस के प्रवक्ता ने प्रभावित होने वाले कुल कर्मचारियों की संख्या बताने से इनकार कर दिया, लेकिन कहा कि कंपनी रीस्ट्रक्चरिंग एक्सरसाइज की फाइनल स्टेज में है। एक रिपोर्ट के अनुसार, इन नौकरियों में कटौती से बैजूस का संचालन करने वाली इकाई थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड के भारत स्थित कर्मचारियों पर असर पड़ने की उम्मीद है, लेकिन सूत्रों के अनुसार इसमें आकाश शामिल नहीं होगा। एडटेक दिग्गज बैजूस ने कर्मचारियों के प्रदर्शन की समीक्षा के आधार पर 100 कर्मचारियों की छंटनी की थी, हालांकि, उस समय एडटेक दिग्गज ने करीब 400 लोगों को नौकरी से निकाला था। छंटनी पोस्ट-सेल विभाग में की गई थी।