नई दिल्ली । दिल्ली में खराब आबोहवा के बीच आज हाफ मैराथन का आयोजन किया गया जबकि जम्मू कश्मीर में पहली बार अंतरराष्ट्रीय मैराथन की मेजबानी की गई। इन दोनों जगहों पर हर उम्र के लोगों ने दौड़ लगाई। दिल्ली हाफ मैराथन में दौड़ लगाने वाले प्रदीप अरोड़ा ने बताया कि दौड़ अच्छी थी लेकिन दिल्ली में प्रदूषण की वजह से थोड़ी समस्या हुई। 66 साल के प्रदीप ने बताया कि वो रेगुलर रनर हैं, 59 मिनट में उन्होंने अपनी रेस समाप्त कर ली। उन्होंने कहा कि अरेंजमेंट ठीक था लेकिन पॉल्यूशन की वजह से दिक्कत हुई। दिल्ली में प्रदूषण की दिक्कत तो हमेशा से है। मगर प्रैक्टिस रहेगी तो दिक्कत थोड़ी कम आएगी। प्रदीप अरोड़ा के इस बयान पर जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुला ने चुटकी ली। उन्होंने कहा, अगली बार कश्मीर मैराथन में आइए और दौड़िए। एयर क्वालिटी बेहतर मिलेगा और सीन भी अच्छा देखने को मिलेगा। उमर अब्दुल्ला ने कहा कि मैं आज अपने आप से बहुत खुश हूं। मैंने कश्मीर हाफ मैराथन (21 किलोमीटर) को 5 मिनट 54 सेकंड प्रति किलोमीटर की स्पीड से पूरा किया। मैं अपने जीवन में कभी भी 13 किमी से अधिक नहीं दौड़ा हूं और वह भी केवल एक बार। आज मैं अपने जैसे अन्य शौकिया धावकों के उत्साह से प्रेरित होकर दौड़ा। कोई ट्रेनिंग नहीं, कोई योजना नहीं थी। रास्ते में एक केला और कुछ खजूर लिया। दो घंटे में 21 किलोमीटर दौड़ा। दिल्ली में हुए मैराथन में 36 हजार लोग शामिल हुए। मैराथ की शुरुआत सुबह 4:45 बजे जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम से हुई थी। यह भीष्म पितामह मार्ग, लोधी रोड, मथुरा रोड, कर्तव्य पथ, रफी मार्ग और संसद मार्ग से होते हुए स्टेडियम परिसर के बाहर समाप्त हुई। मैराथन के मद्देनजर दक्षिण और मध्य दिल्ली में यातायात प्रभावित था। सीडीएस जनरल अनिल चौहान, नौसेनाध्यक्ष एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी इस मैराथन को दिखाई हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था।