'आजादी गौरव यात्रा' दिल्ली के राजघाट पर 57वें दिन सम्पन्न हुई
नई दिल्ली| कांग्रेस सेवा दल की 'आजादी गौरव यात्रा' गुजरात, राजस्थान, हरियाणा के 1500 गांव होते हुए दिल्ली के राजघाट पर 57वें दिन बुधवार को सम्पन्न हुई। इस समापन समारोह में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी भी मौजूद रहीं।
कांग्रेस सेवा दल के अनुसार 1 जून यानी बुधवार को महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देकर इस यात्रा का समापन किया गया। इस दौरान सेवा दल के सभी सदस्यों ने पार्टी संविधान के मुताबिक शपथ ली। बुधवार को समापन कार्यक्रम में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ-साथ दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष अनिल चौधरी यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवासन और महिला कांग्रेस की अध्यक्ष नेटा डिसूजा मौजूद रहे।
सेवा दल के राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर अमित पटेल ने बातचीत में कहा कि 1200 किलोमीटर की इस यात्रा के दौरान सेवा दल के सदस्यों ने 15 गांव होते हुए करीब 4000 गांव के लोगों को अपनी जनसभा और यात्रा के दौरान संपर्क किया। उन्होंने बताया कि प्रत्येक गांव से वहां की मिट्टी और पानी लाकर सेवा दल के सदस्यों ने बुधवार को राजघाट पर 'ट्रीज ऑफ यूनिटी' कार्यक्रम के तहत पौधारोपण किया। उन्होंने कहा कि समापन कार्यक्रम करीब 1 घंटे चला इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी मौजूद रहीं और उन्होंने सेवा दल के सदस्यों का उत्साह बनाया और उनसे यात्रा के दौरान उनका अनुभव कैसा रहा इसकी जानकारी भी ली।
हालंकि इस दौरान सेवा दल के अध्यक्ष लालजी देसाई ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को एक रिपोर्ट भी सौंपी जिसमें एक विस्तृत जानकारी दी गई है।
कांग्रेस सेवा दल के अध्यक्ष लाल जी देसाई ने आईएएनएस से बातचीत में कहा कि यात्रा 1200 किलोमीटर से ज्यादा का सफर पूरा करके सेवादल के सदस्य दिल्ली के राजघाट पहुंचे। राजघाट पर सुबह 8:30 बजे कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
उन्होंने बताया कि इससे पहले सोमवार सुबह सेवा दल की तिरंगा यात्रा को दिल्ली के छतरपुर के पास रोक दिया गया था, लेकिन उसके बाद दिल्ली पुलिस की तरफ से सेवादल को ही यात्रा निकालने की इजाजत मिल गई।
गौरतलब है कि गुजरात के गांधीधाम से दिल्ली राजपथ तक आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर कांग्रेस सेवादल कार्यकर्ताओं द्वारा निकाली जा रही गौरव यात्रा निकाली गई थी। कांग्रेस सेवादल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लाल जी भाई देसाई के नेतृत्व में हुई इस गौरव यात्रा का समापन समारोह दिल्ली स्थित राजघाट पर बुधवार को हुआ। कांग्रेस अध्यक्ष ने इस यात्रा को आयोजित करने का फैसला किया था ताकि नई पीढ़ी को ब्रिटिश राज से आजादी हासिल करने में देश के नेताओं द्वारा किए गए बलिदानों से अवगत कराया जा सके। इस यात्रा में स्वतंत्रता संग्राम और 1947 के बाद देश के विकास में पार्टी की भूमिका को रेखांकित किया गया।