सर्टिफाइड शापिंग वेबसाइट से ही खरीदें सामान
भोपाल । त्यौहारी मौसम में दशहरा से लेकर दीपावली तक ऑनलाइन और आफलाइन बाजार में जमकर खरीदारी हो रही है लेकिन लोग सावधानी नहीं बरत रहे हैं। ऐसे लोगों को उनकी लापरवाही का खामियाजा भी भुगतना पड रहा है। पिछले 15 दिन में पांच ठगी के मामले सामने आ चुके हैं। साइबर पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि सस्ते सामान के झांसे में आकर ठगी का शिकार होने से बचने के लिए अच्छी और सर्टिफाइड आनलाइन शापिंग वेबसाइट और एप से ही सामान खरीदें। शाहपुरा के रहने वाले 19 साल के छात्र सिद्धांत कुमार को एप्पल मोबाइल खरीदना था। वह आनलाइन वेबसाइट पर इसकी खोजबीन कर रहे थे। बीते पांच सितंबर को उन्हें एक गुमनाम सी वेबसाइट पर एप्पल 11 प्रो मैक्स मोबाइल दिखा। मोबाइल की कीमत एक लाख के करीब है, लेकिन यह साइट 39 हजार 999 रुपये में ये मोबाइल दे रही थी। उन्होंने उस वेबसाइट पर दिए गए नंबर 9521329538 पर बात की तो उसने अपनी कंपनी को गुजरात के अहमदाबाद का बताया और पूरी प्रक्रिया समझाई। फोन उसी रेट पर देने की बात तय की गई। सिद्धांत ने बताया कि आनलाइन ठगी से बचने के लिए उन्होंने कैश आन डिलीवरी पर राशि देने की बात की थी। कोरियर से जब पार्सल आया तो उन्होंने आनलाइन पूरा भुगतान कर दिया। जब पार्सल को खोला तो उसमें एप्पल के बजाय चायनीज मोबाइल निकला। यह हूबहू एप्पल जैसा था। बाद एक बार फिर उस वेबसाइट पर दिए नंबर पर बात की तो दूसरा फोन भेजने की बात कहकर कई दिन तक टरकाता रहा और फिर फोन उठना ही बंद कर दिया। अब उक्त नंबर अमान्य बता रहा है। यह मामला तो सिर्फ एक बानगी है, इसी से मिलते जुलते पांच मामले और हैं। जिनकी शिकायतें साइबर पुलिस के पास पहुंची हैं। आनलाइन शापिंग के मामलों की जांच में सामने आया है कि सप्ताह में अंत में शनिवार और रविवार को वीकेंड के तौर पर मनाने वाले परिवार सामान और खाने के आर्डर देना पंसद करते हैं। त्योहार में आनलाइन कंपनियां कई प्रकार के आफर देती हैं। सस्ते के चक्कर में आकर लोग फंस जाते हैं। इस साल अकेले भोपाल शहर में जनवरी 2022 से लेकर 15 अगस्त तक साइबर धोखाधड़ी के मामलों में पुलिस ने 78 लाख रुपये खातों से निकलने से पहले ही रुकवाए। इसमें खास बात यह है कि बैंक खाताधारक ने धोखाधड़ी की सूचना जल्द से जल्द साइबर क्राइम को दे दी थी। नामचीन वेबसाइट के नाम से आने वाली लिंक की स्पेलिंग को गौर से पढ़ें, उसके बाद ही खोलें। अगर कोई नामचीन आनलाइन शापिंग कंपनी मैसेज कर लुभावने आफर दे रही है तो उसकी वेबसाइट पर जाकर सच्चाई जरूर जान लें। आनलाइन भुगतान करते समय अपने डेबिट और क्रेडिट कार्ड की जानकारी सेव नहीं करें। किसी के कहने भर से मोबाइल में कोई एप डाउनलोड नहीं करें। इस बारे में क्राइम ब्रांच पुलिस उपायुक्त अमित कुमार का कहना है कि त्यौहारों पर आनलाइन धोखाधड़ी करने वाले जालसाज अधिक सक्रिय हो जाते हैं। उनसे बचने के लिए सावधानी पूर्वक आनलाइन खरीदारी करें। घटना होने पर तत्काल साइबर पुलिस में शिकायत करें। किसी भी सस्ते सामान के लालच में नहीं आएं।