यदि आप अपने खून की जांच कराने जा रहे हैं तो जरा सावधान हो जाएं। खून का नमूना देने से पहले अच्छी तरह इस बात की पड़ताल कर लें कि जिस लैब को आप अपना ब्लड सैंपल दे रहे हैं, वह कैसी है। 

जी हां, आनंद विहार इलाके में एक युवक के साथ कुछ ऐसा ही हुआ। सीने में दर्द होने के बाद उन्होंने एक डॉक्टर की सलाह पर निजी लैब से ब्लड टेस्ट करवाया। उसी दिन रिपोर्ट भी आ गई। रिपोर्ट में सब कुछ ठीक था। बावजूद युवक की परेशानी कम नहीं हुई। अगले दिन दूसरे डॉक्टर को दिखाने के बाद पीड़ित गौरव राठौर (29) ने दूसरी लैब से टेस्ट करवाया। रिपोर्ट आई तो उनके होश उड़ गए। उस रिपोर्ट के आधार पर गौरव के खून में कोलेस्ट्रॉल काफी बढ़ा हुआ था।

इसके बाद पड़ताल शुरू हुई निजी लैब के पते पर कानूनी नोटिस भेजा गया तो पता चला कि वहां पर कोई लैब मौजूद ही नहीं है। गौरव ने पुलिस को शिकायत देकर लैब पर लोगों की जान से खिलवाड़ करने का आरोप लगाया। छानबीन के बाद आनंद विहार थाना पुलिस ने लैब मालिक, खून का सैंपल ले जाने वाले युवक और रिपोर्ट तैयार करने वाले डॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पुलिस के मुताबिक, गौरव राठौर परिवार के साथ कड़कड़डूमा गांव में रहते हैं। वह पेशे से वकील हैं। 

पुलिस को दी शिकायत में उन्होंने बताया कि नवंबर 2022 में उनके सीने में दर्द हुआ था। इसके बाद वह अपने मोहल्ले के डॉक्टर जावेद के क्लीनिक के पर पहुंचे। डॉक्टर की सलाह पर गौरव ने गाजीपुर स्थित एक निजी लैब को खून का नमूना दिया। लैब से खून का नमूना लेने के लिए शुभम नामक युवक आया। 

शिकायत के बाद धमकी भरे कॉल आने लगे

गौरव ने निजी लैब को लीगल नोटिस भेजा, लेकिन उस पते पर कोई लैब मौजूद नहीं थी। बाद में गौरव ने लैब मालिक दीपक उर्फ दीपक चौधरी और रिपोर्ट तैयार करने वाले डॉ. डीके शर्मा के खिलाफ शिकायत दी। पीड़ित का आरोप है कि उनके पास धमकी भरे कॉल आने लगे। पुलिस ने छानबीन के बाद बुधवार को अदालत के आदेश पर लैब मालिक, रिपोर्ट तैयार करने वाले डॉक्टर और सैंपल ले जाने वाले के खिलाफ धोखाधड़ी करने समेत अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया है।