फिलहाल यौन साथियों की संख्या सीमित रखने पर विचार करें
जिनेवा । विश्व स्वास्थ्य संगठन ने दुनिया की सरकारों को अलर्ट किया है और इंसानों के सेक्सुअल बिहेवियर को लेकर गाइडलाइंस जारी की है।विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख टेड्रोस अदनोम घेब्रेयसस ने पिछले मंकीपॉक्स को ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी घोषित किया था।उन्होंने कहा कि संक्रमण से बचाव का सबसे अच्छा तरीका है कि “एक्सपोज़र कम किया जाए”.मंकीपॉक्स के संक्रमण को रोकने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने गाइडलाइंस भी जारी किया है विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख ने सलाह दी है कि जिन पुरुषों को मंकीपॉक्स का जोखिम है, वे फिलहाल यौन साथियों की संख्या सीमित रखने पर विचार करें।
उन्होंने कहा कि अपने यौन साझेदारों की संख्या को कम करें, नए भागीदारों के साथ यौन संबंध पर पुनर्विचार करें।हगिंग-किसिंग को लेकर संयम बरतें।घेब्रेयसस ने कहा कि 78 देशों से अब मंकीपॉक्स के 18,000 से अधिक मामले सामने आए हैं, जिनमें से 70 प्रतिशत मामले यूरोप में और 25 प्रतिशत अमेरिका में दर्ज किए गए हैं।डब्ल्यूएचओ को प्रस्तुत किए गए मॉडल बताते हैं कि बीमारी से संक्रमित एक व्यक्ति से संक्रमित होने वाले लोगों की औसत संख्या पुरुषों के साथ यौन संबंध रखने वाले पुरुषों में 1.4 और 1.8 के बीच है, लेकिन अन्य आबादी में 1.0 से कम।विश्व स्वास्थ्य संगठन के अलावा भारत में केंद्र सरकार ने भी गाइडलाइन जारी की है।केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, मंकीपॉक्स लक्षण पाए जाने पर संक्रमित की निगरानी की जाएगी।
रोगी के दूषित सामग्री, इंफेक्शन के संपर्क में आने के बाद से 21 दिनों की अवधि तक निगरानी की जानी चाहिए।राज्यों को नए मामलों की तेजी से पहचान करने और तत्काल इसके रोकथाम के लिए उपाय करने के निर्देश दिए गए.मंकीपॉक्स की रोकथाम के लिए प्रमुख सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों के तौर पर मानव-से-मानव संचरण के जोखिम को कम करने की जरूरत को अनिवार्य बताया.सबसे ज्यादा संक्रमण यूरोप से सामने आए हैं।अधिकांश संक्रमण ऐसे पुरुषों में हुए हैं जो पुरुषों के साथ यौन संबंध रखते हैं, विशेष रूप से ऐसे पुरुष जो कई लोगों के साथ यौन संबंध रखते हैं।पुरुषों के साथ यौन संबंध बनाने वाले पुरुषों में पूरे 98 प्रतिशत मामले सामने आए हैं।
;एक अध्ययन में पाया गया कि 98 प्रतिशत संक्रमित लोग समलैंगिक या उभयलिंगी पुरुष थे, और 95 प्रतिशत मामले यौन गतिविधि के माध्यम से प्रसारित हुए थे।विशेषज्ञ हाल ही में इस बात पर बहस कर रहे हैं कि क्या मंकीपॉक्स अब एक यौन संचारित रोग है।भले ही मंकीपॉक्स निस्संदेह सेक्स के दौरान फैलता है, इसे एसटीडी के रूप में लेबल करना ठीक नहीं होगा, क्योंकि संक्रमण किसी भी अंतरंग संपर्क से फैल सकता है। मालूम हो कि कोरोना वायरस के बीच दुनियाभर में मंकीपॉक्स की दस्तक ने सरकारों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों को टेंशन में डाल दिया है।