पार्टी छोड़ने के बाद भी रखी जा रही है दीपक जोशी पर नजर
भोपाल। अपनी उपेक्षा से नाराज पूर्व मंत्री और भाजपा के कद्दावर नेता दीपक जोशी कांग्रेस का दामन थाम चुके हैं। लेकिन इसके बाद भी भाजपा उन पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। राजनीतिक गलियारों में जारी चर्चाओं पर यदि विश्वास किया जाए तो भाजपा को इस बात का डर है, दीपक जोशी भाजपा और उससे जुड़े अन्य संगठनों के कई प्रभावी लोगों को भी कांग्रेसमें शामिल कराकर प्रदेश में कई विधानसभा सीटों पर भाजपा की जमीन कमजोर कर सकते हैं। गौरतलब है, कि मंगलवार को दीपक जोशी भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं बजरंग सेना के राष्ट्रीय संयोजक रघुनंदन शर्मा के बैरागढ़ स्थित निवास पर उनसे मुलाकात करने पहुंचे थे।
बताया जा रहा है, कि उस समय बजरंग सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष रणवीर पटेरिया भी शर्मा के निवास पर मौजूद थे, इन सभी के बीच काफी देर तक बातचीत जारी रहीं। हालांकि इस मिलन कार्यक्रम को आपसी संबंधों के चलते सामान्य मुलाकात बताया जा रहा है। लेकिन इस मुलाकात को लेकर भाजपा सकते में आ गई है। राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है, कि वर्तमान स्थिति को देखते हुए दीपक जोशी और शर्मा की मुलाकात से भाजपा के समीकरण बिगड़ सकते हैं, और यदि हिंदूवादी संगठन बजरंग सेना के राष्ट्रीय संयोजक और राष्ट्रीय अध्यक्ष दीपक जोशी और कांग्रेस को समर्थन देने का ऐलान कर दे, तो कोई हैरानी की बात नहीं होगी। सूत्रो का कहना है कि इस मुलाकात को लेकर अंदरूनी तौर पर भाजपा पूरी छानबीन में लगी है, लेकिन सामने आकर कुछ भी बोलने से बच रही है। गौरतलब है, कि साल 2018 विधानसभा चुनाव में शर्मा की नाराजगी भाजपा को भारी पड़ी थी। चर्चा यह भी हैं, कि दीपक जोशी की मुलाकात के बाद भाजपा नेता भी बजरंग सेना के राष्ट्रीय संयोजक और राष्ट्रीय अध्यक्ष से औपचारिक बैठकर वार्तालाप करने के मूड में है, जिससे उनकी मनो स्थिति का जायजा लिया जा सके।