कटनी बिलासपुर रेलवे ट्रैक पर ट्रेन से टकराकर हिरण की मौत
उमरिया । जंगल के बीच से गुजरने वाली रेलवे लाइन पर जंगली जानवरों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। मंगलवार की सुबह एक और वन्य प्राणी की मौत ट्रेन से टकराकर हो गई है। इस बारे में मिली जानकारी के मुताबिक घुनघुटी रेल ट्रैक पर मृत अवस्था मे एक हिरन मिला है। घटना की जानकारी पर मौके पर घुनघुटी वन परिक्षेत्र अमला पहुंचा है, और आवश्यक कार्रवाई कर वन्य प्राणी हिरन के शव को कब्जे में लेकर अंतिम संस्कार कराया गया है।
शरीर के पिछले हिस्से में चोट
बताया जाता है कि हिरण के शरीर के पिछले हिस्से समेत शरीर मे क़ई जगह काफी जख्म पाए गए हैं। अनुमान लगाया जा रहा है कि हिरण रेलवे ट्रैक पार कर रहा होगा इसी दौरान उसके शरीर के पिछले हिस्से पर ट्रेन की चोट लग गई होगी जिससे उसकी मौत हुई।
नाले पर घटना
घुनघुटी रेलवे स्टेशन से पश्चिम की ओर करीब दो किमी आगे झिरिया नाला के ऊपर रेल ट्रैक पर मिले मृत हिरण के शव देखकर अनुमान लगाया जा रहा है कि हिरण जंगल से भटक कर रहवासी क्षेत्र में पहुंच गया होगा, जहां हिरन पर कुत्तों की टोली ने हमला कर दिया होगा। खुद को कुत्तों से बचाते हुए हिरण रेलवे ट्रैक पर पहुंच गया होगा और इस दौरान किसी ट्रेन की चपेट में आने से रेल ट्रैक पर उसकी मौत हुई होगी।
गश्त ना होने का परिणाम
जंगल में गश्त बिल्कुल नहीं होती। इसकी वजह से जंगली जानवर रहवासी क्षेत्रों तक पहुंच जाते हैं और उनके साथ इस तरह की घटनाएं हो जाती हैं। वन्य प्राणी हिरण की मौत किन कारणों से हुई है, यह तो पीएम रिपोर्ट और वन विभाग द्वारा की जाने वाली जांच के उपरांत ही साफ हो सकेगा, पर फिलहाल वन्य प्राणियों की असामयिक मौतें वन विभाग की कार्यप्रणाली पर ज़रूर सवाल खड़े कर रही है।