स्मार्ट सिटी का सपना अधूरा
भोपाल । मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल को स्मार्ट सिटी बनाने की पहल जब से शुरू हुई है, तब से ये बस सपना ही रह गया है। आखिर कब राजधानी पूरी तरह से स्मार्ट होगी। भोपाल अभी तक झुग्गी-झोपडिय़ों से मुक्त नहीं हो पाया है। रिपोट्र्स के मुताबिक सबसे ज्यादा झुग्गी वाले टॉप-10 शहरों में भोपाल का नाम भी शामिल है। स्लम फ्री सिटी करने के पीछे सरकार करोड़ों रूपए खर्च कर चुकी है बावजूद इसके बस्तियों की संख्या कम होने के बजाए बढ़ी है।
सबसे ज्यादा झुग्गी वाले टॉप टेन शहरों में भोपाल
दरअसल राजधानी में झुग्गी-बस्तियों का जाल फैला हुआ है। ऐसे में सवाल खड़ा होता है कि स्लम फ्री सिटी बनाने का सपना आखिर कब पूरा होगा। शहर स्मार्ट सिटी कैसे बनेंगे जब हर कोशिश फेल हो रही है। एक रिपोर्ट के मुताबिक सबसे ज़्यादा झुग्गी वाले टॉप टेन शहरों में भोपाल का नाम भी शामिल है। सरकार झुग्गियों को हटाने के लिए लगभग 1400 करोड़ खर्च कर चुकी है, लेकिन इसके बाद भी बस्तियां 3 से बढ़कर 72 हो गई है।
सरकारें झुग्गी मुक्त कराने में रही नाकाम
प्रदेश में भाजपा की सरकार हो या कांग्रेस की। कोई भी सरकार राजधानी भोपाल को झुग्गी से मुक्त नहीं करा पाई है। वर्तमान में पीएम आवास योजना के तहत घर बनाने की कवायद की जा रही है। इधर घर और फ्लैट देने का अभियान धीमा हुआ और वहां झुग्गी बनाने की रफ़्तार बढ़ती चली गई। वहीं सरहदी इलाकों में सबसे जयादा झुग्गियां बस गई है। सरकारी भूमि पर भी तेजी से कब्जों की संख्या बढ़ रही है।