नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक इसका केंद्र नेपाल में जमीन से 10 किलोमीटर नीचे था। बता दें कि उत्तर भारत में महज पांच घंटे के भीतर दूसरी बार भूकंप के झटके महसूस हुए हैं।दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत में मंगलवार की देर रात भूकंप के तेज झटके लगे। दो बार में तेज झटके लगने से कई कॉलोनियों व मोहल्लो में लोग घरों से बाहर निकल आए। भूकंप के झटके देर रात 1.58 बजे महसूस किए गए। कुछ रुककर दो बार झटके लगने से नींद में सोए लोग भी जाग गए और घरों से बाहर निकल आए। वहीं भूकंप का केंद्र रहे नेपाल में छह लोगों की मौत हो गई है। जिले में एक घर गिरने से इन लोगों की मौत हुई है।

बुरी तरह घबराए लोगों में से कुछ ने अपने घरों और दीवारों को चेक करना शुरू कर दिया। कुछ देर में भूकंप की सूचना एक-दूसरे को बताने और इसे कनफर्म करने के लिए लोगों के फोन घनघनाते रहे। जानकारों के मुताबिक भूकंप की तीव्रता 6.3 से अधिक थी। दिल्ली-एनसीआर के अलावा उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के आसपास के जिलों में भी लोगों ने भूकंप के झटके महसूस किए।

इससे पहले मंगलवार रात आठ बजकर 52 मिनट पर लखनऊ समेत यूपी के कई हिस्सों में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। उसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 4.9 मापी गई थी। वहीं नेपाल में यह मंगलवार को 24 घंटे के भीतर तीसरा भूकंप का झटका रहा।बता दें कि भूकंप के झटके यूपी के लखनऊ, मुरादाबाद, मेरठ बरेली आदि शहरों में भी महसूस किए गए। वहीं एनसीआर के फरीदाबाद, गुरुग्राम, ग्रेटर नोएडा में भी झटके महसूस हुए। इस दौरान कई जगह से लोगों के बेड तक हिलने की खबर आई। हालांकि राहत की बात यह है कि इन जगहों से किसी तरह की दुर्घटना की खबर नहीं आई।