रुद्रप्रयाग । उत्‍तराखंड में रविवार की सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए। इस दौरान लोग घबराकर अपने घरों से बाहर निकल आए। यह झटके रुद्रप्रयाग, देहरादून, मसूरी से लेकर उत्‍तरकाशी तक महसूस किए गए। डुंडा भटवाड़ी, बड़कोट नौगांव क्षेत्र में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.7 मापी गई है। अब तक कहीं से भी जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं है। भूकंप का केंद्र उत्‍तराखंड के चिन्‍यालीसौंड से 35 किमी दूर बताया जा रहा है।
भूकंप के झटके टिहरी में भी महसूस किए गए। जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला ने आपदा प्रबंधन परिचालन केंद्र से सभी तहसीलों से जानमाल के नुकसान की सूचना लेने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि कहीं से भी जान माल के नुकसान की सूचना अब तक प्राप्त नहीं हुई है। सभी तहसीलों से सूचना ली जा रही है। 
उत्‍तराखंड में चीन सीमा से सटे उत्‍तरकाशी जिले में रविवार सुबह करीब 8.33 बजे भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। भूकंप के झटके महसूस होने के बाद लोग दहशत में आ गए और अपने घरों से बाहर निकल आए। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.7 बताई जा रही है। भूकंप की वजह से अब तक कहीं से जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है। भूगर्भीय दृष्टि से संवेदनशील उत्‍तरकाशी भूकंप के जोन 4 व 5 में स्थित है। 2 अक्‍टूबर 2022 को भी उत्‍तरकाशी में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे, जिसकी तीव्रता 2.5 रिक्‍टर थी। इससे पहले 20 अक्टूबर 1991 को यहां आए भूकंप में आठ सौ से अधिक लोग मारे गए थे, जबकि सैकड़ों परिवार बेघर हो गए थे। इसके बाद 1999 में आए भूकंप ने भी भारी विनाश किया था।
उल्लेखनीय है कि उत्तराखंड भूकंप के अति संवेदनशील जोन 5 में आता है। ऐसे में हिमालयी प्रदेशों में उत्तराखंड भूकंप के लिहाज से संवेदनशी राज्य है और यहां विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है। उत्तराखंड में उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, कुमाऊं के कपकोट, धारचूला, मुनस्यारी भूकंप की दृष्टि से सर्वाधिक संवेदनशील क्षेत्र में आते हैं। उत्‍तरकाशी जिला भूकंप के लिहाज से बेहद संवेदनशील है। उत्‍तरकाशी भूकंप जोन 5 में आता है।