सीमा विवाद में शव लेकर दस घंटे भटका परिवार
पोस्टमार्टम के लिए डाक्टर ने किया था मना, मामला खंडवा जिले का
भोपाल । प्रदेश के खंडवा जिले में मानवता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। यहां पुलिस थाने की सीमा को लेकर करीब दस घंटे तक एक किसान के परिजन शव को लेकर पोस्टमार्टम के लिए भटकते रहे। प्राप्त जानकारी के अनुसार, जिले के धनगांव थाने अंतर्गत आने वाले ग्राम परेठी निवासी किसान की कीटनाशक दवा छिटने के दौरान तबीयत बिगडने पर सनावद के शासकीय अस्पताल में मौत हो गई। शव के पोस्टमार्टम के लिए परिवार को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। सनावद अस्पताल में घटना स्थल खंडवा जिले का होने का हवाला देकर पोस्टमार्टम से इंकार कर दिया गया। स्वजन शव ओंकारेश्वर अस्पताल लेकर पहुंचे तो भी डाक्टर ने पोस्टमार्टम करने से इंकार कर दिया। दोनों अस्पतालों में भटकने के बाद भी पोस्टमार्टम नहीं होने पर स्वजन भड़क गए। मांधाता थाना प्रभारी के हस्तक्षेप के बाद मृतक के शव का पोस्टमार्टम सनावद अस्पताल में हुआ।धनगांव थाना क्षेत्र के ग्राम परेठी निवासी दीपक पुत्र खूबचंद की दवाई छिडने के दौरान अचानक तबीयत खराब हो गई थी। बताया जाता है कि कीटनाशक उसके मुंह मे चला गया था। इसके बाद काका देवीलाल और परिवार के अन्य लोग उसे सनावद अस्पताल लेकर आये। यंहा उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। दीपक के स्वजनों ने बताया कि ड्यूटी पर मौजूद डा. राहुल आटोदे ने पोस्टमार्टम करने से यह कहते हुए मना कर दिया कि घटना खंडवा जिले की है। वहीं शव का पोस्टमार्टम होगा।इसके बाद परिवार के लोग शव को लेकर जिले के ओंकारेश्वर अस्पताल लेकर पहुंचे। लेकिन यंहा भी उन्हें यही जवाब मिला कि मौत सनावद अस्पताल में हुई है। इसलिए पोस्टमार्टम भी वंहा होगा। इस दौरान यंहा विवाद की स्थिति बन गई। इस बारे में पता चलते ही मांधाता थाना प्रभारी बलजीतसिंह बिसेन ओंकारेश्वर अस्पताल पहुंचे। उन्होंने परिवार और डाक्टर से बात की।इसके बाद पुलिस अधीक्षक सत्येंद्र कुमार शुक्ल को मामले से अवगत कराया। इसके बाद थाना प्रभारी बिसेन ने सनावद थाना प्रभारी और धनगांव थाना प्रभारी से बात की। इसके बाद सनावद सिविल अस्पताल के डा. विजय कोरी, धनगांव थाने के एसआइ चंपालाल सोलंकी से सनावद की उपस्थिति में डा. इम्तियाज कुरैशी ने शव का पोस्टमार्टम किया। मृतक के काका देवीलाल ने बताया कि पोस्टमार्टम को लेकर 10 घंटे तक परेशान होना पड़ा। इस मामले में लापरवाही करने वाले डाक्टर पर कार्रवाई की जाए। इस बारे में पुलिस अधीक्षक खंडवा सत्येंद्र कुमार शुक्ल का कहना है कि शायद जहर खा कर दीपक सनावद के अस्पताल में भर्ती हुआ था। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी। मूल घटना स्थल धनगांव थाना क्षेत्र का होने के कारण संशय की स्थिति बनी। जैसे ही थाना प्रभारी के संज्ञान में विषय आया तत्काल में मौके पर पहुंचे और उसका पोस्टमार्टम कराया गया। इसकी हम समीक्षा भी कर रहे हैं कहीं इसमें किसी की त्रूटि पाई गई तो हम उस पर कार्रवाई भी करेंगे।