14 अगस्त से करें पारदर्शी दीवारों वाले विस्टाडोम कोच में सफर
भोपाल । घुमावदार कुर्सियां और पारदर्शी दीवारों वाले आधुनिक विस्टाडोम कोच में सफर करने के इच्छुक यात्रियों का इंतजार खत्म होने वाला है। रेलयात्री 14 अगस्त से इस कोच में सफर कर सकेंगे। इस दिन से कोच को जनशताब्दी एक्सप्रेस में जोड़ा जाएगा। यह ट्रेन रोजाना शाम को 5.40 बजे रानी कमलापति से चलती है और रात 12 बजे जबलपुर पहुंचती है। कोच में सफर के लिए जल्द ही बुकिंग शुरू की जाएगी। इसका किराया शताब्दी के एक्जीक्यूटिव श्रेणी के किराये से 1.1 प्रतिशत अधिक होगा। रेलवे के अधिकारी जल्द ही इस कोच को यात्री आरक्षण प्रणाली में शामिल कराने कराने की कशेशिश कर रहे हैं। प्राप्त जानकारी के मुताबिक इस आधुनिक कोच को ट्रेन के सबसे पीछे लगाया जाएगा। इसे चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग हरी झंडी दिखाएंगे। इस मौके पर अन्य जनप्रतिनिधि, डीआरएम सौरभ बंदोपाध्याय समेत रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहेंगे। जब ट्रेन होशंगाबाद रेलवे स्टेशन पहुंचेगी तो वहां कलेक्टर स्थानीय जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों के साथ स्वागत करेंगे। यहीं से उक्त कोच में 25 गणमान्य नागरिक सवार होंगे, जो पिपरिया तक सफर करेंगे। यहां भी भव्य स्वागत किया जाएगा। जब ट्रेन जबलपुर पहुंचेगी तो यहां कलेक्टर द्वारा स्वागत किया जाएगा। इन कार्यक्रमों में आम नागरिक भी शामिल हो सकेंगे।
कोच की खासियत
- यह पूरी तरह वातानुकूलित कोच है।
- 44 आरामदेह कुर्सियां है, जिन्हें 180 डिग्री तक घुमा सकेंगे।
- पैरों से अनलाक करके इन्हें घुमा सकेंगे।
- कुर्सियों के बीच अधिक स्पेस है, पैर लंबे करके बैठ सकेंगे।
- एक केबिन है, जिसमें खड़े होकर पर्यटक पीछे ट्रैक का नजारा देख सकेंगे।
- दो शौचालय हैं, सामान रखने के लिए अलग कक्ष है।
- छत का करीब 25 प्रतिशत हिस्सा कांच का है।
- चार एलईडी मनोरंजन के लिए लगी हैं।
- सभी कांचों के लिए पर्दे हैं, जिन्हें आसानी से बंद व खोला जा सकता है।
- ये जर्मन कंपनी लिंक हाफमैन बुश (एलएचबी) तकनीक से तैयार किए हैं।
- 1.50 करोड़ है अनुमानित कीमत।- एयर स्प्रिंग वाला कोच है, जिसमें जर्क कम से कम लगेंगे।
- इंटीग्रल कोच फैक्ट्री चेन्नई ने किया है तैयार।