दिल्ली में कार्यरत बल्दीराय की युवती को बुलाकर हरौड़ा बाजार के पास चाकू से गला रेत कर नहर में फेंकने वाले आरोपित की पुलिस के साथ सोमवार देर रात मुठभेड़ हो गई। जवाबी फायरिंग में आरोपित और उसके भाई को गोली लगी है। घायल पीड़िता का इलाज मेडिकल कॉलेज में चल रहा है, जहां उसकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। पुलिस के मुताबिक आरोपितों का आपराधिक इतिहास रहा है।

बल्दीराय क्षेत्र के गांव की एक युवती दिल्ली में प्राइवेट कंपनी में काम करती थी। उसका प्रेम संबंध कनेहटी गांव के जेल में बंद एक हिस्ट्रीशीटर से था। जेल से छूटने के बाद जब उसे पता चला कि उसकी शादी किसी अन्य युवक से तय हो गई है तो उसके मन में उसे रास्ते से हटाने का विचार आया। उसने धोखे से उसे दिल्ली से बुलाया और दिनभर घुमाने के बाद धनपतगंज क्षेत्र के हरौड़ा बाजार स्थित नहर की पटरी पर ले गया। वहां चाकू से उसका गला रेतने के बाद उसे शारदा नहर में फेंक दिया।

इसके बाद युवती तैर कर किसी तरह नहर से बाहर निकलने में सफल रही। उसने दुपट्टे से अपनी गले को कस कर बांधा और धनपतगंज सीएससी पहुंची। जहां चिकित्सक ने प्राथमिक उपचार के बाद उसे मेडिकल कालेज रेफर कर दिया। युवती के भाई की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपित की तलाश शुरू की।

देर रात मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने बल्दीराय के जग्गी बाबा की कुटी के पास आरोपितों को घेर लिया। इस पर आरोपित पुलिस बल पर फायरिंग करने लगे। पुलिस की जवाबी फायरिंग में आरोपित गौसूजमां और उसका भाई अफरोज खान घायल हो गए। उसे इलाज के लिए पुलिस ने अस्पताल में भर्ती कराया है। अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस गुड वर्क में बल्दीराय और धनपतगंज की पुलिस टीम शामिल रही। दोनों भाइयों के विरुद्ध कई अपराधिक मामले दर्ज है।