फस्र्ट ईयर छात्र अगले 5 साल तक कुराना, चंदू खेड़ी एवं मुबारकपुर में भी करेंगे काम


भोपाल । नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) के परिवार अभिगृहण प्रोग्राम के तहत भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) ने तीन गावों को गोद लिया है। जीएमसी के अलग - अलग डिपार्टमेंट के डॉक्टर और मेडिकल स्टूडेंट्स अगले पांच साल तक गोद लिए गावों के करीब 500 परिवारों की सेहत के नजरिए से मदद करेंगे। इसके अलावा ग्रामीणों को जागरुक करने गोद लिए गए गांवों में स्वास्थ्य परीक्षण एवं पर्यावरण जागरूकता शिविर लगाए जाएंगे।
गांधी मेडिकल कॉलेज डीन दफ्तर के अफसरों ने बताया कि एनएमसी ने ग्रामीण क्षेत्रों की स्वास्थ्य सेवाओं को सुधारने सरकारी मेडिकल कॉलेजों के लिए परिवार अभिगृहण प्रोग्राम शुरू किया है। इस प्रोग्राम के तहत जीएमसी ने कुराना, चंदूखेड़ी, और मुबारकपुर गांव को गोद लिया है। गोद लिए गए गांव के ग्रामीणों को स्वास्थ्य और पर्यावरण संरक्षण को लेकर जागरूक करने चंदूखेड़ी ग्राम पंचायत में पौधारोपण किया गया।
कुलदीप गुप्ता ने बताया कि शनिवार को पर्यावरण गतिविधि के अंतर्गत एमबीबीएस छात्रों के द्वारा ग्रामीणों के साथ पौधारोपण कार्यक्रम 3 ग्रामों में कुराना, चंदू खेड़ी एवं मुबारकपुर में ग्राम पंचायतों के सहयोग से वृक्षारोपण किया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में प्रभारी डीन डॉ एना अलेक्स सामुदायिक चिकित्सा विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ देवेंद्र गौर , डॉ जीवन सिंह मीणा ,डॉ शैलेंद्र पटने, डॉ रामा लोधा डॉ सीमा बडक़ुर डॉ कुलदीप गुप्ता डॉ सिद्धार्थ ,सहित 250 छात्र शामिल रहे। यहां हमने नुक्कड़ नाटक के माध्यम ओआरएस के महत्व को भी बताया।कुलदीप गुप्ता ने बताया कि हमने इसमें कई फेज में हम काम करेंगे। इसमें हम पहले यह पता करेंगे कि परिवार में कितने सदस्य हैं। इसके अलावा इनके खानपान की जानकारी पता करेंगे। इसके अलवा तीसरे फेज में स्वास्थ्य संबंधी जानकारियों के बारे को पता लगाने के बाद समय समय पर शिविर भी लगाए जाएंगे।