मुंबई। महाराष्ट्र में पिछले दो दिनों से हो रही बेमौसम बरसात ने रबी की फसलों और फल के बागानों को भारी नुकसान पहुंचाया है. नासिक जिले के प्याज और अनार के बागों को बर्बाद करने के बाद अब यह बेमौसम बरसात ने कोंकण के इलाकों की ओर कूच किया है. यहां रबी की फसलें ही नहीं बल्कि आम और काजू  के बागों पर असर हो रहा है. इससे नए मौसम में आने वाले आम और काजू के बागों के किसानों को बड़ा नुकसान हो रहा है. बुधवार को कोंकण की ओर कूच करने से पहले मंगलवार को नासिक, धुले और जलगांव जिले में बेमौसम बरसात ने किसानों की रबी की फसलों का बड़ा नुकसान किया है. किसानों ने मांग की है कि उनके नुकसान का पंचनामा तुरंत किया जाए और उनके नुकसान की भरपाई की जाए. किसान पहले ही लगातार हो रहे मौसम में बदलाव का नुकसान उठा रहे हैं. इस मौसम की मार का कोई हल दिखाई नहीं दे रहा है. मौसम विभाग ने जैसा अनुमान जताया था वैसा ही हुआ है. बेमौसम बरसात से कितना नुकसान पहुंचा है, किसान अब इस नुकसान का अनुमान लगा रहे हैं. इस बेमौसम बरसात का सबसे ज्यादा कहर अंगूर उत्पादकों पर टूटा है. अब तक अंगूर उत्पादकों ने धैर्य रखा था. बस थोड़े ही दिनों में अंगूर तोड़ा जाना ही बाकी रह गया था कि अचानक आई बरसात ने उम्मीदों पर पानी फेर दिया. अब नासिक जिले के अंगूर उत्पादक किसान पूरी तरह से हताश हो चुके हैं. इससे पहले भी बेमौसम बरसात की वजह से किसान काफी नुकसान उठा चुके हैं. एक तरफ कीमतें लगातार गिर रही हैं. किसानों को उनके उत्पादों का सही दाम नहीं मिल पा रहा है, दूसरी तरफ इस आसमानी आफत से फसलें और फल खराब हो रहे हैं. आलम यह है कि किसानों पर चारों तरफ से मार पड़ रही है. एक तो वो अपने हालात से मारा हुआ है. दूसरा मौसम मार रहा है, तीसरा सरकार सहायता नहीं कर रही है, चौथा बाजार में उत्पादों की कीमतें गिर रही हैं.