देवी लोक महोत्सव का मुख्य कार्यक्रम आज
महाकाल लोक की तर्ज पर सलकनपुर में बनेगा भव्य देवी लोक
मुख्यमंत्री चौहान रखेंगे देवी लोक की आधारशिला, एक लाख श्रद्धालु होंगे शामिल
देवी लोक के निर्माण के लिए 200 करोड़ रुपए से अधिक की है कार्य योजना
पर्यटन आधारित आर्थिक गतिविधियों को मिलेगा बढ़ावा
भोपाल । सलकनपुर स्थित विजयासन देवी धाम देशभर में आस्था के एक बड़े केंद्र के रूप में प्रसिद्ध है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मंशा के अनुरूप महाकाल लोक की तर्ज पर सलकनपुर में देवीलोक का निर्माण कराया जा रहा है। सलकनपुर में 29 मई से प्रारंभ हुए देवी लोक महोत्सव का मुख्य कार्यक्रम 31 मई को आयोजित किया जाएगा। मुख्य कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज चौहान शामिल होंगे और देवी लोक की आधारशिला रखेंगे। देवी लोक महोत्सव के मुख्य कार्यक्रम में एक लाख से अधिक श्रद्धालु शामिल होंगे।
देवी लोक में देवी के नौ रूपों तथा 64 योगिनी को शास्त्रों में वर्णित कथाओं के साथ आकर्षक रूप में प्रदर्शित किया जाएगा। भव्य देवी लोक के निर्माण के लिए 200 करोड़ रूपए से अधिक की कार्ययोजना बनाई गई है। इसके साथ ही यहां आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए अनेक निर्माण एवं विकास के कार्य कराए जा रहे हैं। देवीलोक के निर्माण के पश्चात धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। इसके साथ ही इस क्षेत्र में पर्यटन पर आधारित आर्थिक गतिविधियों का भी विस्तार होगा।
ऐसा होगा देवी लोक का स्वरूप
महाकाल लोक की तर्ज पर सलकनपुर में देवी लोक बनाया जा रहा है। यह धार्मिक अवधारणा के अनुरूप विकसित किया जा रहा है। इसके अंतर्गत पर्यटक सुविधाओं के साथ-साथ देवी विंध्यवासिनी के विभिन्न स्वरूपों का चित्रण पृथक-पृथक अधोसंरचनाए निर्मित कर किया जाएगा। समस्त कार्यों को हेरिटेज एवं धार्मिक स्वरूप के दृष्टिकोण से पत्थरों से सौंदर्यीकरण किया जाएगा।
चौसठ योगिनी प्लाजा
देवी लोक में 64 योगिनी प्लाजा वृत्ताकार निर्मित किया जाएगा। जिसमें 64 योगिनियों के विभिन्न आयामों को म्यूरल के रूप में प्रदर्शित किया जाएगा। देवी के विभिन्न स्वरूपों को प्रदर्शित करने की इस कल्पना को मध्यप्रदेश के भेड़ाघाट तथा उड़ीसा के हीरापुर से लिया गया है।
नवदुर्गा कॉरिडोर
मंदिर पहुंचने के पहले माता विजयासन देवी के नौ स्वरूपों को पृथक-पृथक म्यूरल के माध्यम से प्रदर्शित किया जाएगा। देवी के नौ स्वरूपों को कहानी तथा श्लोक के माध्यम से प्रदर्शित किया जाएगा।
देवी लोक की अन्य विशेषताएं
मंदिर के मुख्य द्वार के पास सप्त मातृका को मूर्ति तथा म्यूरल आर्ट के माध्यम से प्रदर्शित किया जाएगा। वेटिंग हॉल के टेरेस पर महाविद्या थीम पर मां काली, तारा, छिन्नमस्ता, सुंदरी, बगुला मातंगी, भुनेश्वरी, सिद्ध विद्या, भैरवी एवं धूमावती की झांकियां मूर्ति एवं म्यूरल आर्ट के रूप में प्रदर्शित की जाएंगी।
माता विजयासन मंदिर के मुख्य द्वार को लाल पत्थरों से सौंदर्यीकरण कर मां दुर्गा के विभिन्न श्लोक म्यूरल एवं संकेतों से सुसज्जित किया जाएगा। प्रवेश द्वार के समीप फाउंटेन ऑफ लाइट बनाया जाएगा। सुंदर पार्क तथा पर्यटक के विश्राम के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं रहेंगी।
श्रद्धालुओं के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं
सीढ़ी मार्ग के प्रारंभ में प्रवेश द्वार एवं सरोवर के मध्य एक भक्ति मार्ग के रूप में एक स्थान निर्मित किया जा रहा है। जिसमें श्रद्धालुओं के लिए विभिन्न सुविधाएं विकसित की जाएंगी। इसके अलावा विद्युतीकरण इल्यूमिनेशन सुरक्षा की दृष्टि से पिए सिस्टम सीसीटीवी भी लगाए जाएंगे।
वर्तमान में विकास एवं सौंदर्यीकरण के कार्य
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा गत वर्ष मई माह में 43 करोड़ रूपए के अनेक विकास एवं निर्माण के कार्यों का भूमि पूजन किया गया था। इनमें अनेक कार्य पूर्ण हो गए हैं। वर्तमान में पहाड़ी के ऊपर दुपहिया एवं चार पहिया वाहनों के लिए पृथक-पृथक पार्किंग बनाई गई है। पार्किंग के समीप ही शौचालय भी बनाया गया है। इसके साथ ही ड्राइवर्स डोर मेट्री एवं गार्डरूम भी बनाया गया हैं। प्रवेश द्वार भी बनाया गया है। शिव मंदिर का पाथवे निर्मित किया गया है। मंदिर परिसर में गेट ग्रिल स्थापित की गई है तथा वेटिंग एरिया की फ्लोरिंग का कार्य किया गया है। पहाड़ी के नीचे दो भव्य प्रवेश द्वार बनाए गए हैं। मेला ग्राउंड पर भव्य दीपस्तंभ एवं 102 दुकानों का निर्माण किया गया है। मेला ग्राउंड पर पेयजल एवं शौचालय बनाए गए हैं। इसके साथ ही सरोवर के विकास एवं सौंदर्यीकरण के कई कार्य किए गए हैं।