देश की राजधानी दिल्ली में पहली ही मानसूनी बारिश आफत बनकर आई है। शुक्रवार सुबह से हो रही बारिश के चलते दिल्ली हवाई अड्डे के टर्मिनल-1 के प्रांगण में छत का एक हिस्सा सुबह लगभग 5 बजे ढह गया। जिससे वहां मौजूद छह लोग घायल हो गए हैं। इनमें से एक की मौत की भी खबर है। साथ ही कई वाहन मलबे के नीचे दबे हैं। राहत और बचाव कार्य जारी है। इस हादसे का असर यहां से उड़न भरने वाली फ्लाइटों पर भी पड़ा है। कई उड़ानें निलंबित हो गई हैं, जिससे यात्रा परेशान हैं। यात्री यश ने बताया कि वह बेंगलुरु जा रहे थे। उनकी सुबह 8:15 बजे की फ्लाइट थी। यहां सुबह करीब 5 से 5:15 बजे के करीब छत गिर गई। एयरपोर्ट अथॉरिटी से कोई उचित जवाब नहीं मिल रहा। टर्मिनल-1 पर मौजूद एक दूसरे यात्री का कहना है, 'मेरी सुबह 9 बजे की फ्लाइट थी। उन्हें पता चला कि यहां ऊपर का ढांचा ढह गया है। कुछ उड़ानें रद्द कर दी गई हैं। अधिकारी अब हमें जाने के लिए कह रहे हैं। स्पाइसजेट की ओर से कहा गया है कि भारी बारिश के कारण स्पाइसजेट की उड़ानें निलंबित दी गई हैं क्योंकि दिल्ली हवाई अड्डे के टर्मिनल-1 से परिचालन आंशिक रूप से बंद कर दिया गया है। वहीं इंडिगो की ओर कहा गया है कि टर्मिनल-1 पर हुए हादसे की वजह से इंडिगो का संचालन प्रभावित हुआ है। इसकी वजह से दिल्ली में उड़ानें रद्द कर दी गईं क्योंकि यात्री टर्मिनल में प्रवेश नहीं कर पा रहे हैं। टर्मिनल के अंदर पहले से ही मौजूद पैसेंजर यात्रा कर सकेंगे, लेकिन बाद की उड़ानों में उन्हें विकल्प पेशकश किया जाएगा। ग्राहकों को सलाह दी है कि वे हवाई अड्डे के लिए रवाना होने से पहले अपनी उड़ान की स्थिति देखकर ही निकलें। डीजीसीए ने कहा कि एयरलाइन कंपनियों को सलाह दी गई है कि वे यात्रियों को वैकल्पिक उड़ानों का विकल्प दें या नियमों के तहत पूर्ण रिफंड प्रदान करें।