भोपाल। पुराने शहर के कोहेफिजा थाना इलाके में स्थित हमीदिया अस्पताल से इलाज के दौरान फरार हुए बंदी का फिलहाल कोई सुराग नहीं लगा है। उसकी सर्चिंग के लिये पुलिस टीमे विदिशा सहित उसके अन्य संभावित ठिकानो पर दबिश देने के लिये रवाना की गई है। वहीं पुलिस जेल में उससे मिलने आने वाले मुलाकातियो की कुडंली भी खंगाल रही है। फरार बंदी हत्या के प्रयास के मामले में बेगमगंज जेल में बंद था, जिसे हार्निया की बीमारी के चलते ऑपरेशन कराने के लिए यहॉ लाया गया था। 
मिली जानकारी के अनुसार नीरज उइके ने कोहेफिजा पुलिस में शिकायत दर्ज कराते हुए बताय की वह जेल प्रहरी हैं। ग्राम डुंगरिया, थाना सिलवानी, जिला रायसेन का रहने वाला 44 वर्षीय अजय गौड़ हत्या के प्रयास के एक मामले में बेगमगंज जेल में बंद था। जेल के भीतर उसकी तबीयत खराब होने पर बीती 16 फरवरी को गार्ड उसे इलाज के लिये भोपाल लेकर आये थे। उसका हमीदिया अस्पताल में इलाज चल रहा था। पेट में तकलीफ होने के कारण की गई जॉचो में सामने आया कि अजय गौड़ को हार्निया की बीमारी है। बाद में 22 फरवरी को अजय गौड़ का हार्निया का ऑपरेशन किया गया। इसके बाद से ही वह वार्ड में भर्ती था। सुरक्षा के चलते उसके पैर में हथकड़ी लगाई गई थी। जेल प्रहरी नीरज ने पुलिस को आगे बताया कि मंगलवार शाम करीब 5 बजे सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मी धनश्याम पंवार चाय पीने के लिये चला गया था। करीब 10 मिनट बाद जब वह वापस लौटा तो देखा की बंदी अजय हड़कड़ी के कुंदे को काट कर भाग गया। उसके पैर में लगाई गई हथकड़ी का कुछ हिस्सा बेड पर बंधा था, जबकि कुछ हिस्सा उसके पैर में गया है। बंदी अजय के फरार होने पर जेल प्रहरी और टीम ने उसकी खोजबीन के प्रयास किये लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला। इसके बाद इसकी सूचना जेल प्रहरी नीरज ने जेल प्रबंधन को देने के साथ ही कोहेफिजा थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई।