लोकसभा चुनाव के पहले चरण में मत प्रतिशत की गिरावट चुनाव आयोग के गले की हड्डी बनी हुई है। इस स्थिति ने सियासी दलों के माथे की शिकन भी बढ़ा दी है। शुक्रवार को होने वाले दूसरे चरण के मतदान के दौरान यह स्थिति न दोहराई जाए, इसके लिए अब तरह के जतन किए जा रहे हैं। इसके लिए जहां निर्वाचन आयोग ने खास तैयारियां की हैं, वहीं राजनीतिक दलों से लेकर सामाजिक संगठन तक भी नई-नई कवायदें कर रहे हैं।

जानकारी के मुताबिक 19 अप्रैल को हुए प्रदेश में पहले चरण के मतदान का आंकड़ा करीब 9 प्रतिशत कम आंका गया है। इन हालात की समीक्षा पर एक बड़ा कारण इस दिन शादियों की अधिकता होना आया है। निर्वाचन आयोग ने इस स्थिति को सहेजने अब अगले चरण के मतदान में शादी समारोह से जुड़े लोगों को मतदान की अतिरिक्त सुविधा देने की रणनीति बनाई है। इसके तहत अब मतदान केंद्रों पर पहुंचने वाले दूल्हा, दुल्हन और बारातियों को  बिना कतार में लगे आसान मतदान की सुविधा दी जाएगी।

बांटेंगे पीले चावल

जानकारी के मुताबिक निर्वाचन आयोग ने मतदान के अगले चरण में मत प्रतिशत बढ़ाने के लिए प्रदेशभर में बड़ी संख्या में सहयोग केंद्र स्थापित किए हैं। इनसे मतदाताओं को पर्ची निकालने से लेकर विभिन्न समस्याओं का समाधान किया जाएगा। सूत्रों का यह भी कहना है कि मतदाता पर्ची शत-प्रतिशत मतदाताओं तक पहुंचाने की मशक्कत में जुटे आयोग ने लोगों को मतदान के लिए आकर्षित करने पीले चावल बांटने की तैयारी भी की है। देश की इस धार्मिक और सांस्कृतिक परंपरा से जोड़कर लोगों को मतदान के कर्तव्य के लिए जागरूक करने की आयोग की नीयत है।

प्रलोभन यह भी

इंदौर की विभिन्न संस्थाओं ने मतदान जागरूकता के लिए तरह तरह के ऑफर देना शुरू कर दिए हैं। इन आकर्षण में शहर की खास पहचान माने जाने वाले पोहा जलेबी को भी जोड़ा गया है। मतदान केन्द्र पर आने वाले लोगों को मुफ्त में पोहा जलेबी खिलाने का ऐलान इन संस्थाओं ने किया है। आकर्षण बढ़ाने को होड़ में इंदौर में ही आइसक्रीम और कई तरह के खाद्य वस्तुओं के वितरण की बात भी कही जा रही है।

यहां मिलेंगे आकर्षक पुरस्कार

भोपाल जिला निर्वाचन ने मतदाताओं को लुभाने के लिए लकी ड्रॉ द्वारा बड़े पुरस्कार देने की तैयारी की है। इन पुरस्कारों में इयर रिंग, टीवी, फ्रिज जैसे आइटम्स शामिल किए गए हैं। बताया जा रहा है कि मतदान केंद्रों पर आने वाले लोगों को एक विशेष कूपन दिया जाएगा। जिसमें से बाद में ड्रॉ द्वारा विजेताओं के नाम निकाले जाएंगे।

सियासी दल भी हुए सक्रिय

पहले चरण में गिरे हुए मत प्रतिशत ने सियासी दलों को भी परेशान किया है। इस स्थिति से बाहर आने की चिंता में उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं को एक्टिव कर दिया है। हिदायत दी है कि हर बूथ स्तर तक जाकर मतदाताओं को मत डालने के लिए घरों से बाहर निकाला जाए। ताकि प्रदेश का मत प्रतिशत अपने निर्धारित स्तर पर पहुंच सके।