नई दिल्ली| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि हजारों साल के उतार-चढ़ाव के बावजूद हमारी सभ्यता और संस्कृति ने भारत को स्थिर रखने में बड़ी भूमिका निभाई है।

हनुमान जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री ने मोरबी में भगवान हनुमान की 108 फीट ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया।

प्रतिमा का अनावरण कर प्रधानमंत्री ने कहा कि भगवान हनुमान अपनी सेवा भावना से सभी को एकजुट करते हैं और सभी को उनसे प्रेरणा मिलती है।

उन्होंने कहा, हनुमान जी उस शक्ति के प्रतीक हैं, जिन्हें वनवासी समुदायों को गरिमा और अधिकार मिला है। हनुमान जी 'एक भारत श्रेष्ठ भारत' के प्रमुख सूत्र हैं।

प्रधानमंत्री ने आगे कहा, पूरे देश में विभिन्न इलाकों और भाषाओं में आयोजित 'राम कथा' सभी को भगवान की भक्ति में एक के रूप में बांधती है।

मोदी ने कहा, यह हमारी आध्यात्मिक विरासत, संस्कृति और परंपरा की ताकत है जिसने गुलामी के कठिन दौर में भी अलग-अलग हिस्सों को एकजुट रखा और इसने स्वतंत्रता के लिए राष्ट्रीय प्रतिज्ञा के एकीकृत प्रयासों को मजबूत किया।

प्रधानमंत्री ने कहा, हजारों वर्षों के उतार-चढ़ाव के बावजूद हमारी सभ्यता और संस्कृति ने भारत को स्थिर रखने में बड़ी भूमिका निभाई है।

पीएम मोदी ने कहा, हमारी आस्था और हमारी संस्कृति की धारा सद्भाव, समानता और समावेश की है। राम कथा 'सबका साथ-सबका प्रयास' का सबसे अच्छा उदाहरण है और हनुमान जी इसका एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं।

पीएम मोदी ने आज जिस प्रतिमा का अनावरण किया गया, वह 'हनुमानजी4धाम परियोजना' के हिस्से के रूप में देश भर में चार दिशाओं में स्थापित की जा रही चार मूर्तियों में से दूसरी है। इसे पश्चिम में मोरबी में बापू केशवानंद जी के आश्रम में स्थापित किया गया है।

परियोजना के तहत, भगवान हनुमान की पहली प्रतिमा उत्तर में 2010 में शिमला में स्थापित की गई थी।