'पनामा पेपर्स' के व्हिसलब्लोअर ने जताया जान का खतरा
बर्लिन । 'पनामा पेपर्स' के व्हिसलब्लोअर ने रुस से अपनी जान का खतरा बताया है। व्हिसलब्लोअर ने कहा है कि उन्हें रूस मार सकता है। जर्मनी की एक मैग्जीन में छपे इंटरव्य में उनको ना जॉन डो बताया गया है। जानकारी के मुताबिक, जॉन ने कहा कि उनके पास शीर्ष रूसी अधिकारियों और उनके सहयोगियों जिन्होंने यूक्रेन युद्ध को भी फंड किया उनकी वित्तीय अनियमितताओं के सबूत थे।।
जब उनसे ये पूछा गया कि क्या उन्हें अपने जीवन को लेकर कोई डर है तो उन्होंने कहा कि ये एक जोखिम है, जिसके साथ मैं जी रहा हूं। रूसी सरकार ने ये इच्छा जताई है कि वह मुझे मारना चाहती है।' जॉन ने दावा किया कि एक समय जितना खतरा अमेरिका को हिटलर से था आज उससे ज्यादा खतरा पुतिन से हैं। शेल कंपनियां पुतिन की सबसे अच्छी दोस्त हैं। व्हिसलब्लोअर ने आगे कहा, 'ये शेल कंपनियां रूसी सेना को पैसे देती हैं जो यूक्रेन में निर्दोष नागरिकों को मारती हैं। पुतिन की मिसाइलें शॉपिंग सेंटर को निशाना बनाती हैं।'
उन्होंने कहा, 'इन गुमनाम कंपनियों की कोई जवाबदेही नहीं जो और भी भयावह है। जवाबदेही के बिना समाज कार्य नहीं कर सकता हैं।'उन्होंने दावा किया कि रूस के सरकारी चैनल पर उनके खिलाफ प्रोग्राम बनाए गए। उन्होंने कहा, 'हमने लीक से जुड़े पहले दो लोगों की हत्या देखी है।' इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि गुमनामी के कवर से बाहर आने का उनका कोई प्लान नहीं है। उन्होंने कहा, 'पनामा पेपर में कई खतरनाक क्रिमिनल संगठन के नाम आए थे, जिनके लिंक सरकारों से भी हैं। ऐसे में अपनी पहचान को उजागर कर देना मेरे लिए खतरनाक होगा।'