नई दिल्ली । दिल्ली और एनसीआर में दिवाली के बाद से ही प्रदूषण का स्तर फिर से बढ़ने लगा है। 10 नवंबर को हुई एक दिन की बरसात से जहां लोगों को राहत मिली थी, वहीं अब एक बार फिर जहरीली हवा ने लोगों की सांस पर वायु प्रदूषण का पहरा लगा दिया है। दिल्ली के साथ साथ एनसीआर के भी कई इलाकों में हवा की गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में शामिल हो गई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में रविवार को सुबह वायु गुणवत्ता का स्तर 480 के पार चला गया है। आनंद विहार में एक्यूआई 470, आरके पुरम में 450, पंजाबी बाग में 430 और आईटीओ में 410 रहा। मौसम विभाग के अनुसार, आगामी कुछ दिनों में दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण के साथ साथ कोहरा भी छाने लगेगा। इसके साथ ही निगरानी एजेंसियों को पश्चिमी विक्षोभ पर उम्मीद है, जिससे रविवार को कुछ इलाकों में बारिश हो सकती है। दिल्ली में पिछले साल नवंबर में केवल तीन गंभीर वायु गुणवत्ता वाले दिन दर्ज किए गए, जबकि 2021 में ऐसे 12 दिन थे, जब वायु की गुणवत्ता गंभीर थी। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, इस साल नवंबर में दिल्ली-एनसीआर में सबसे अधिक प्रदूषण रहा। दिल्ली में हवा की गुणवत्ता शनिवार को बेहद गंभीर श्रेणी में चली गई, जो शुक्रवार को गंभीर श्रेणी में थी। रात में वायु की गति धीमी होने से हवा में प्रदूषक जमा हो गए। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने रविवार को पश्चिमी विक्षोभ होने की भविष्यवाणी की है। पिछले रविवार को मामूली सुधार के बाद दिल्ली में एक्यूआई स्तर में धीरे-धीरे वृद्धि हुई है। 24 घंटे का औसत एक्यूआई , हर दिन शाम 4 बजे दर्ज किया गया। शनिवार को 500, शुक्रवार को 415, गुरुवार को 390, बुधवार को 394, मंगलवार को 365, सोमवार को 348 और रविवार (19 नवंबर) को 301 था। वहीं एनसीआर की बात करें तो गाजियाबाद (424), गुरुग्राम (345), ग्रेटर नोएडा (398), नोएडा (393) और फरीदाबाद (426) में भी शनिवार को वायु गुणवत्ता बहुत खराब से गंभीर दर्ज की गई। बता दें कि शून्य और 50 के बीच एक एक्यूआई को अच्छा, 51 और 100 के बीच संतोषजनक, 101 और 200 के बीच मध्यम, 201 और 300 के बीच खराब, 301 और 400 के बीच बहुत खराब, 401 और 450 के बीच गंभीर और 450 से ऊपर बेहद गंभीर माना जाता है।