दिल्ली - एनसीआर की हवा में सुधार देखने को मिल रहा है। हवा में सुधार के साथ ही तापमान में गिरावट भी दर्ज की गई है। दिल्ली-एनसीआर में ठंड ने भी दस्तक दे दी है। दिल्ली में एक्यूआई 221 और नोएडा में 'बहुत खराब' श्रेणी में एक्यूआई 302 पर है, जबकि गुरुग्राम में यह 'मध्यम' श्रेणी में 162 और दिल्ली हवाई अड्डे के पास 'खराब' श्रेणी 218 में दर्ज किया गया है।उच्च न्यायालय ने सोमवार को कहा कि वह इस तथ्य पर अपनी आंखें बंद नहीं कर सकते कि दिल्ली में वायु गुणवत्ता बहुत खराब से गंभीर श्रेणी के बीच आ रही है। अदालत ने अवैध निर्माण पर भी कड़ी नाराजगी जताई है। मुख्य न्यायाधीश सतीश चंद्र शर्मा और न्यायमूर्ति सुब्रमण्यम प्रसाद की खंडपीठ ने कहा कि हाल की हवा की स्थिति के कारण ही पिछले कुछ दिनों में राष्ट्रीय राजधानी में हवा की गुणवत्ता में मामूली सुधार हुआ है। आज तक हम बहुत खराब श्रेणी में हैं। पिछले कुछ हफ्तों से हम गंभीर से बहुत खराब श्रेणी के बीच झूल रहे हैं। यह संवेदनशील मुद्दा है।

दिल्ली-एनसीआर में पिछले कुछ दिनों से वायु गुणवत्ता में सुधार देखने को मिल रहा है। इसके मद्देनजर वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने सोमवार को समीक्षा बैठक की। इसके बाद ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान के तीसरे फेज की पाबंदी को तत्काल प्रभाव से हटाने का आदेश दिया। बता दें कि दिल्ली-एनसीआर में ग्रैप-4 पहले ही हटाए जा चुके हैं। ऐसे में यहां ग्रैप-1 और ग्रैप-2 के तहत नियम लागू रहेंगे।
 
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, सोमवार को दिल्ली का प्रदूषण का स्तर खराब श्रेणी में रहा। इसकी वजह मौसमी दशाएं रहीं। दिल्ली पहुंचने वाली हवाओं के दिशा दक्षिण और उत्तर पूर्वी रही। वहीं, इसकी रफ्तार भी आठ किमी प्रति घंटा थी। इससे पंजाब व हरियाणा के पराली का धुंआ दिल्ली-एनसीआर नहीं पहुंच सका। पीएम 2.5 में पराली के धुएं का हिस्सा करीब 13 फीसदी ही रहा। नतीजन प्रदूषण स्तर में गिरावट आई है।

सफर के मुताबित आज यानी मंगलवार को हवाओं का रुख बदलकर उत्तर-पश्चिम होने का अनुमान है। वहीं, इसकी चाल 12-18 किमी के बीच होगी।  अगले दो दिनों में इसकी दिशा में बदलाव नहीं होगा। जबकि चाल 22 किमी प्रति घंटा तक पहुंच जाएगी। इसके साथ ही तापमान में भी गिरावट आ रही है।