लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने रांची में 'संविधान सम्मेलन कार्यक्रम' को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कई मुद्दों पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) की नीतियों की जमकर आलोचना की. राहुल गांधी ने बीजेपी को आदिवासियों और गरीबों के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाया. राहुल गांधी ने कहा कि, 'देश के सबसे पहले मालिक आदिवासी थी, लेकिन बीजेपी इन्हें वनवासी कहती है.'

'देश के सबसे पहले मालिक थे आदिवासी'

कांग्रेस पार्टी ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर रांची कार्यक्रम का एक वीडियो पोस्ट किया है. राहुल राहुल गांधी को ये बयान देते हुए सुना जा सकता है. राहुल गांधी ने कहा, 'जब BJP के लोग आदिवासी को वनवासी कहते हैं. तब वे आपके इतिहास, आपके जीने के तरीके को खत्म करने की कोशिश करते हैं. आदिवासी का मतलब है: देश के सबसे पहले मालिक आदिवासी सिर्फ एक शब्द नहीं हैं, बल्कि आपका पूरा इतिहास है.'

साथ ही राहुल गांधी ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का भी मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा, 'राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा में उद्योगपतियों को तो बुलाया गया लेकिन राष्ट्रपति को निमंत्रण नहीं दिया गया क्योंकि वह एक आदिवासी हैं.' उन्होंने कहा कि बीजेपी आदिवासियों के साथ हर तरह से भेदभाव करती है. उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार ने आदिवासियों की धरोहर, इतिहास, परंपरा और चिकित्सा पद्धतियों को नष्ट करने की कोशिश की है.

 कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने महत्वपूर्ण संस्थानों जैसे कि चुनाव आयोग, सीबीआई, ईडी, और आयकर विभाग पर कब्जा कर रखा है. उन्होंने कहा कि हमारी एजुकेशन सिस्टम में आदिवासी, किसान और ओबीसी समुदायों के इतिहास को नष्ट कर दिया गया है.