50 दिनों में राहुल, प्रियंका और खरगे की होंगी 6 रैलियां
भोपाल । इस साल के विधानसभा चुनाव का ब्लू प्रिंट कांग्रेस ने तैयार कर लिया है। पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के आवास पर गतदिनों राजनीतिक मामलों की उच्च स्तरीय बैठक की एक मैराथन बैठक हुई। इसमें विस्तृत चर्चा हुई। मध्यप्रदेश फतह के लिए कांग्रेस पूरी ताकत झोंक रही है। प्रदेश में अब केंद्रीय नेताओं ने मोर्चा संभाल लिया है। अगले 50 दिनों के अंदर खडगे, राहुल और प्रियंका की रैली मप्र में होगी। प्रियंका गांधी 22 जुलाई को ग्वालियर में एक बड़ी आमसभा को संबोधित करने जा रही हैं।
राहुल की सभाएं अगस्त से प्रदेशभर में लगातार आयोजित की जाएंगी। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का फोकस 101 आदिवासी और अनुसूचित जाति बहुल जनसंख्या वाली सीटों पर होगा। खरगे की सभाओं के जरिए इन जिलों को कवर किया जाएगा। कर्नाटक पैटर्न पर जनता के बीच में ग्राउंड जीरो तक मप्र में भाजपा के 18 साल के भ्रष्टाचार को आम जनता तक पहुंचाया जाएगा। इसमें खासतौर पर महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दों पर पार्टी का जोर होगा। यह बैठक इसलिए भी खास थी कि इसमें कांग्रेस संगठन के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने राहुल गांधी के मैसेज को कांग्रेस के बड़े नेताओं तक पहुंचाया। उन्होंने कहा कि मप्र में कंफर्ट मेजोरिटी में कांग्रेस की सरकार बन रही है। इसलिए सभी चुनाव की तैयारियों में लग जाएं। कांग्रेस के तीनों बड़े नेताओं की सभाएं जिला और तहसील स्तर पर कराए जाने का कार्यक्रम तैयार किया जा रहा है।
इस बैठक में कमलनाथ ने कहा कि प्रियंका गांधी ने जो पांच गारंटी सरकार बनने पर पूरा करने का जनता से कमिटमेंट किया है,उन्हें हर घर तक पहुंचाया जाए। बैठक में कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव जेपी अग्रवाल,पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पूर्व मंत्री व वरिष्ठ विधायक सज्जन सिंह वर्मा, नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, सांसद विवेक तन्खा और समेत सभी सदस्य मौजूद थे। बैठक में कांग्रेस के संगठनात्मक 65 हजार बूथों को मजबूत बनाए जाने पर जोर दिया गया। कांग्रेस अब तक के सबसे मजबूत संगठन के रूप में इस बार विधानसभा चुनाव में मैदान में उतरेगी। सेक्टर और मंडलम की नियमित हो रही बैठकों और वहां से जो फीडबैक आ रहा है,उसके अनुसार जनता में चुनाव को लेकर उत्साह है। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने पूरी ताकत झोंक रही है। कांग्रेस ने आने वाले 50 दिनों में पूरे मध्यप्रदेस में पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा की छह सार्वजनिक रैलियां आयोजित करने की योजना बनाई है। पार्टी राज्य में अपने अभियान को बढ़ाने की योजना बना रही है। उसका मानना है कि भाजपा से सत्ता हासिल करने का उसके पास अच्छा मौका है। 12 जून को प्रियंका गांधी ने जबलपुर में एक विशाल रैली की थी। इसके साथ ही प्रदेश में पार्टी ने चुनावी अभियान की शुरुआत कर दी थी। प्रियंका गांधी राजनीतिक रूप महत्वपूर्ण ग्वालियर में 22 जुलाई को एक रैली करने वाली हैं। वहीं, 25 अगस्त को तीन ओबीसी, एससी और एसटी की अत्याधिक आबादी वाले क्षेत्रों में रैली होगी। वहीं, कांग्रेस एमपी शिवराज सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार को मुख्य मुद्दा बना रही है। कांग्रेस कथित अनियमितताओं और घोटालों पर ध्यान केंद्रित कर रही है। साथ ही भाजपा सरकार के खिलाफ आरोप पत्र लाने की योजना बना रही है। इसमें महाकाल लोक निर्माण का मुद्दा प्रमुख है। साथ ही सीएम की लोकलुभावन घोषणाओं को भी कांग्रेस मुद्दा बनाएगी। दरअसल, कांग्रेस का कहना है कि सीएम शिवराज ने 18 सालों में 22 हजार घोषणाएं की है। इन घोषणाओं के आधार पर सीएम से कांग्रेस सवाल करेगी। यह उस आरोपपत्र का भी हिस्सा है, जिसे पार्टी आने वाले हफ्तों में जारी करेगी। इसके साथ ही कांग्रेस उम्मीदवारों के चयन पर विचार कर रही है। उन 65 सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा पहले करेगी, जहां भाजपा 20-30 सालों से नहीं हारी है। इसके बाद भाजपा के कब्जे वाली सीटों पर उम्मीदवारों के नाम तय किए जाएंगे। कांग्रेस के कब्जे वाली सीटों पर उम्मीदवारों के नाम सबसे बाद में तय किए जाएंगे।