कुल्लू । हिमाचल प्रदेश के लाहौल स्पीति में हादसे का शिकार होने के 68 दिन बाद बेंगलुरू के ट्रैकर का शव ग्लेशियर से निकाला गया है। 14 जून को लाहौल स्पीति के आतल से ऊपर 5300 मीटर की ऊंचाई पर सीबी 13 पीक पर ग्लेशियर में गिरे पर्वतारोही का शव मंगलवार को रेस्क्यू कर लिया गया है। देहरादून स्थित अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण संस्थान के निदेशक अविनाश नेगी ने शव बरामद करने की पुष्टि की है।
दरअसल, ग्लेशियर की दरार में गिरा बेंगलुरु का पर्वतारोही अपने दोस्तों के साथ सीबी 13 चोटी को फतह करने निकला था। इस दौरान वह चोटी पर ग्लेशियर की दरार में गिर गया था। यह घटना 14 जून की है। युवक के साथियों ने लाहौल-स्पीति प्रशासन व पुलिस को मामले की सूचना दी थी। इसके बाद मनाली के अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण संस्थान की टीम मौके पर गई थी, लेकिन खराब मौसम और बर्फबारी के चलते ट्रैकर को नहीं ढूंढ पाई थी।
ग्लेशियर में दरार संकरी थी और लगातार चोटी पर बर्फबारी हो रही थी। मौजूदा समय में मौसम साफ है और धूप खिल रही है। साथ ही ट्रैकर के परिवार ने प्रशासन से दोबारा मदद की गुहार लगाई थी। दरअसल, 5 सदस्यीय पर्वतारोहियों का यह दल लाहौल की सीबी 13 चोटी को फतह करने निकला था। 14 जून 2022 की यह पर्वतारोही ग्लेशियर की दरार में जा गिरा था। पर्वतारोही दल के पास पर्याप्त उपकरण नहीं होने के कारण टीम के सदस्य अपने पर्वतारोही साथी की मदद नहीं कर पाए और उन्होंने नीचे उतरकर प्रशासन से मदद मांगी। पर्वतारोही दल में बेंगलुरु के प्रसन्ना, जयपुर के रवि, शिमला के कौशल व बेंगलुरु के वेद व्यास शामिल थे।
संस्थान की 11 सदस्यीय टीम वरिष्ठ हिम तथा बचाव अनुदेशक लुदर सिंह, पर्वतारोहण पर्यवेक्षक मोहन लाल व जितेंद्र, पर्वतारोहण अनुदेशक पवन कुमार, भुवनेश्वर दास, स्की अनुदेशक अंकुश कुमार, देशराज, दीनानाथ, अतिथि प्रशिक्षक अमर नेगी, भाग चंद व जोगिंद्र ने हिम्मत दिखाते हुए ग्लेशियर की दरार में गिरे ट्रैकर वेद व्यास के शव को निकालने में सफलता पाई। मनाली के अटल बिहारी संस्थान के निदेशक अविनाश नेगी ने कहा कि लाहौल-स्पीति प्रशासन के आग्रह पर संस्थान के जांबाजों ने हिम्मत दिखाई और ग्लेशियर की दरार में गिरे ट्रैकर के शव को बाहर निकाला। उन्होंने कहा कि बुधवार को शव लाहौल-स्पीति प्रशासन को सौंपा जाएगा।