जुमे के दिन हिंसा पर काशी धर्म परिषद में प्रस्ताव पारित
भारतीय जनता पार्टी की पूर्व प्रवक्ता नुपुर शर्मा के विवादित बयान को लेकर जुमे की नमाज के बाद देश के अधिकांश शहरों में जमकर विरोध प्रदर्शन हुआ। कई जगहों पर तो प्रदर्शन ने हिंसक रूप अख्तियार कर लिया जिसके बाद प्रशासन के निर्देश पर स्थानीय पुलिस ने सख्त कार्रवाई की। इस क्रम में शनिवार को पश्चिम बंगाल में उपद्रवियों ओर पुलिस के बीच ताजा झड़प हुई। उपद्रवियों ने पुलिस पर पथराव किया। हालात को नियंत्रण में करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले बरसाने पड़े। उधर झारखंड के रांची में जिला प्रशासन ने रविवार तक इंटरनेट सेवा पर रोक लगा दिया है। यहां के 12 इलाकों में धारा 144 लागू है। बता दें कि रांची में विभिन्न धार्मिक संगठनों ने बंद बुलाया है।
- रांची के एसएसपी एसके झा ने बताया, 'रांची में 13-14 पुलिस कर्मी घायल हैं, हम हर जगह मुस्तैद हैं। हमने ट्रैकिंग सिस्टम शुरू कर दिया है। जो भी दोषी हैं उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। रांची में कल के विरोध प्रदर्शन में एक पुलिस कांस्टेबल सहित 5 लोग गोली लगने से घायल हो गए। उन्हें RIMS अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनका इलाज चल रहा है।'
- जुमे के दिन हिंसा पर आज काशी धर्म परिषद में प्रस्ताव पारित हुआ। इसमें कहा गया कि इस्लामी आतंकियों के हाथ में देश को नहीं छोड़ा जा सकता है। इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई हो। नफरत फैलाने वालों की संपत्ति जब्त की जाए। कट्टरपंथी नमाजियों के कारण देश का माहौल खराब हो रहा है। नुपुर शर्मा को धमकी देने वालों पर रासुका लगे। जिस मस्जिद में पथराव हुआ वहां तालाबंदी हो देश को बचाने के लिए संतों को सड़क पर उतरना होगा। देवी देवताओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने पर जेल का प्राविधान किया जाए। तकरीर करने वाले मौलानाओं के भाषण को रिकार्ड किया जाए।