भोपाल । सिंहस्थ 2028 को लेकर प्रदेश सरकार की तैयारियां शुरू हो चुकी है। इन दिनों उज्जैन को जोडऩे वाली प्रमुख सडक़ों को बेहतर बनाने में जोर दिया जा रहा है। इंदौर-उज्जैन फोरलेन रोड़ को सिक्स लेन में तबदील किया जाएगा। प्राथमिकता के आधार पर शासन ने सडक़ निर्माण के लिए बजट भी निर्धारित कर दिया है। करीब 950 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। अब एमपीआरडीसी को सडक़ निर्माण की जिम्मेदारी सौंपी है। अगले कुछ महीनों में सडक़ की डिजाइन से लेकर डीपीआर और टेंडर निकाले जाएंगे।
सिंहस्थ में देशभर से पचास लाख से अधिक श्रद्धालुओं रोजाना पहुंचेंगे, जो विभिन्न मार्ग से होते हुए उज्जैन आएंगे। इनकी सुविधा का ध्यान रखते हुए सरकार ने उज्जैन से जुडऩे वाली प्रमुख सडक़ों को सुधारने पर जोर दिया है। इंदौर-उज्जैन रोड़ को प्राथमिकता देते हुए ढ़ाई साल में काम पूरा करने का लक्ष्य दिया है। सिक्स लेन सडक़ के लिए एमपीआरडीसी अगले कुछ सप्ताह में अपना प्रेजेंटेशन दे सकती है, जिसमें सडक़ की डिजाइन और निर्माण लागत के बारे में बताया जाएगा।
पहले वैकल्पिक मार्ग बनाना होगा
48 किमी लम्बी इस सडक़ पर काम शुरू करने से पहले एजेंसी को वैकल्पिक मार्ग बनना होगा। ताकि लोगों को उज्जैन आने-जाने में परेशानी नहीं होगी। यहां तक कि एक दिशा का काम पूरा होने के बाद ही सडक़ के दूसरे हिस्सा बनाना होगा। सडक़ को सिक्स लेन में तबदील करने के लिए एमपीआरडीसी के पास यू तो साढ़े तीन साल का समय है, लेकिन छह महीने डीपीआर, टेंडर और डिजाइन बनाने में निकल जाएगा। एमपीआरडीसी के राकेश जैन का कहना है कि प्रोजेक्ट संबंधित जानकारी आने के बाद टेंडर निकाला जाएगा। उसमें भी चार से पांच महीने का समय लगेगा। वर्क आर्डर के बाद निर्माण शुरू होगा। इस पूरी प्रक्रिया में दिसंबर तक का समय लगेंगा।