शिवपुरी, गुना, ग्वालियर में मची होड़


भोपाल । कांग्रेस छोड़कर हजारों समर्थकों के साथ भाजपा में शामिल होने वाले केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का भाजपा में कुनबा छोड़ा होता जा रहा है। उनके समर्थकों के बीच पार्टी छोडऩे की होड़ मच गई है। दो दिन  पहले शिवपुरी के बैजनाथ सिंह यादव ने फिर से कांग्रेस का हाथ पकड़ लिया है। जबकि शिवपुरी में ही सिंधिया कर्तव्यनिष्ट नेता कांगे्रस में आने के लिए लॉबिंग में जुटे हैं। इधर भाजपा में ही समर्थकों के जरिए सिंधिया पर हमले श्ुारू हो गए हैं।
दरअसल, एक महीने पहले गुना संासद केपी सिंह यादव का एक बयान सामने आया था। जिसमें वे सिंधिया का नाम लिए बगैर मूर्खÓ बता रहे थे। केपी यादव के बयान के बाद सिंधिया गुट आग-बबूला हो गया। पलटवार करते हुए सिंधिया की कट्ठर समर्थक पूर्व मंत्री इमरती देवी ने कहा कि केपी यादव अगला चुनाव गुना से नहीं लड़ेंगे, बल्कि महाराजÓ ही लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे। हालांकि इस बीच मप्र भाजपा संगठन ने केपी यादव को बुलाकर सिंधिया के खिलाफ बयानवाजी नहीं करने की सख्त हिदायत दे डाली। इसके बाद से केपी यादव शांत है, लेकिन गुना-शिवपुरी में सिंधिया समर्थकों का भाजपा से मोहभंग हो रहा है। यही वजह है कि बैजनाथ सिंह यादव ने कांगे्रस में वापसी कर ली है। शिवपुरी में महलÓ के कट्ठर समर्थक माने जाने वाले सेठ सांवलदास परिवार के सदस्य राकेश गुप्ता भी कांग्रेस में वापसी का जतन कर रहे हैं। वहीं भाजपा खेमे के पूर्व विधायक देवेन्द्र जैन के छोटे भाई पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जितेन्द्र जैन गोटू भी कोलारस या शिवपुरी विधानसभा सीट से टिकट की शर्त के साथ कांग्रेस में वापसी के लिए गोटियां फिट करने में लगे हैं। मामला टिकट की शर्त पर अटका हुआ है।

अन्य नेता भी कांगे्रस में वापसी तैयारी में
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के गढ़ गुना, अशोकनगर, शिवपुरी और ग्वालियर में उनके समर्थक भाजपा के अन्य नेता भी कांगे्रस में आने की तैयारी में है, लेकिन सिंधिया के कट्ठर समर्थक होने की वजह से फिलहाल कांगे्रस ने उनके लिए दरबाजे नहीं खोले हैं। लेकिन इतना तय है कि बड़ी संख्या में कांग्रेस में वापसी होगी। वहीं इधर सिंधिया के भाजपा में आने की वजह से राजनीतिक हासिए पर जा रहे भाजपा नेता भी कांग्रेस के संपर्क में है। इनमें निर्वाचित जनप्रतिनिधि भी हैं।

वीरेन्द्र रघुवंशी ने खोला मोर्चा
संासद केपी यादव के बाद कोलारस से भाजपा विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी ने भी सिंधिया गुट के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भाजपा प्रदेश नेतृत्व के सामने सिंधिया समर्थक मंत्री पर आरोप लगाए कि वे भाजपा कार्यकर्ताओं पर झूठे प्रकरण दर्ज करवा रहे हैं। रघुवंशी पहले कांगे्रस में थे और ज्योतिरादित्य सिंधिया से अनबन होने पर भाजपा में शामिल हुए थे। अब वे भाजपा में फिर खतरे में दिखाई दे रहे हैं। इससे पहले अशोकनगर में कट्ठर भाजपा नेता स्व. राव देशराज सिंह के बेटे यादवेन्द्र सिंह यादव कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं।